Nitesh Shah 1 book · 4,340 words Vichaaron Kee Udaan Dr. Nitesh Shah विचारों की उड़ान मेरी पहली काव्य पुस्तक है I मैंने विभिन्न विषयों पर अपने विचारों को शब्दों में पिरोने का प्रयत्न किया है I सरल, सहज भावाभिव्यक्ति में लिखी कविताएँ सबको अच्छी लगती है I आशा है आपको भी मेरी... Ahtesham Ahmad 4 books · 21,838 words Aks Khayaalon Ke (Ek Kavya Sangrah) Md. Ahtesham Ahmad इंसानी दिमाग की एक सब से बड़ी ख़ासियत है ... तसव्वुर और ख़याल। इंसान जो बातें सोचता है वो ख़याल बन कर उसके दिमाग़ की वादियों में मंडराती रहती हैं और फिर इन ख़यालात के अक्स यानी परछाईं हमेशा के... Meera Thakur 3 books · 17,155 words Antarman Ke Dweep Meera Thakur 'अंतर्मन के द्वीप' काव्य संग्रह द्वारा मैंने जीवन में आने वाले विभिन्न संवेदनशील मुद्दों पर सहज ही मन में उमड़ने वाले भावों को कविता के माध्यम से प्रकट करने की कोशिश की है। मुझे विश्वास है कि अधिकांश कविताओं में... Ghanshyam Poddar 3 books · 15,038 words Baangi Ghanshyam Poddar सरलता, सुगम्यता और संप्रेषणीयता किसी भी रचना के प्रति पाठकों के समक्ष आकर्षण उत्पन्न करता है। प्रत्येक रचना या विधाओं से रचनाकार स्वयं को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करता है। इसमें राष्ट्रभक्ति, ईश्वर भक्ति, परंपरा और सामयिकता एवं लेखकीय विचार... Dinesh Kumar Gangwar 1 book · 3,595 words Meri Kavita Mere Geet Dinesh Kumar Gangwar मेरी कविता मेरे गीत ऐसा काव्य संग्रह जिसमे जीवन के सभी पक्ष एव रस सम्मिलित है। भक्ति रस से श्रृंगार रस साथ ही साथ युवाओं को सकारात्म संदेश देता है “प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ विशिष्ट विचार या भावनाएँ... Kanchan Khanna 3 books · 11,688 words Kanchani Shravanika Kanchan Khanna मनुष्य का जीवन किसी नदी के समान सतत् प्रवाह में रहता है। कल-कल बहती हुई नदी के प्रवाह में एक अव्यक्त सा संगीत होता है। गति होती है। गति के बिना जीवन का कोई महत्व नहीं। वह शून्य है। प्राणहीन... Ritu Asooja 2 books · 10,559 words Sakaratmak Vichaaron Ki Sampatti Ritu Rishikesh Asooja हमारे विचार हमारी वास्तविक संपत्ति हैं, हमारे विचार ही प्रेरणा बनकर हमें प्रेरित करते हैं..और उम्मीद की नन्हीं किरण असंभव को संभव कर दिखाने की क्षमता रखती है। अपनी सोच पर नाकारात्मकता विचारों का दीमक ना लगने दें। संकल्प शक्ति... Mandar Gangal 1 book · 5,639 words Man Manas Mandar Gangal "Manas" अलग अलग विषयों पर की गई बेहतरीन रचनाएं इस काव्य संग्रह की विशेषता हैं। हर एक रचना अपने आप में एक संग्रह है। कवि मानस ने जैसे अपने दिल के कुछ पहलू आपके सामने रख दिए है। Madhuri mahakash 1 book · 4,335 words Komal Kislay Madhuri Mahakash मुझे नहीं मालूम कि कविता बैठकर कैसे लिखी जाती है, मैंने सदैव ही चलते-चलते कविताएँ लिखीं। जहाँ जैसे भाव दिखे, हृदय के तारों से टकराए और कविता की परिणिति स्वतः होती गई। प्रसन्नता में, दुख में, पीड़ा के क्षणों में,... Suryakant Dwivedi 1 book · 4,375 words Suryaansh Surya Kant Dwivedi कविता हृदय है। नदी का नाद है। तन-मन का संगीत है। भावों की त्रिवेणी है। मन का उद्गम है। यह जीवन का रस है। रस की अभिव्यक्ति है। सरस्वती का वरदान है तो शिव का प्रताप है। कविता लिखी नहीं... Harinarayan Tanha 1 book · 3,684 words Deh Mandir Ko Banaakar Harinarayan Tanha इस काव्य संग्रह में हरिनारायण तनहा की रचित कविताएं संकलित हैं जिनमें विभिन्न मनोभावों एवं विचारों का प्रकटीकरण है जो जीवन के हर एक पहलू को कहीं न कहीं स्पर्श करते हुए पाठक के मन तक पहूंचती हैं शब्दों कि... तारकेश्वर प्रसाद तरुण 5 books · 31,728 words Abhilasha T. P. Tarun प्रकृति में सृष्टि का उद्देश्य सूक्ष्म नगण्य अदृश्य अणु परमाणु के जटिल संयोग का विशालतम दृश्य रचना प्राणी मात्र है। सृष्टि रानी ने अवतरण के पूर्व प्राण प्रतिष्ठा समय प्राणी जगत में भाव भावना संवेदना दया करुणा धर्म आस्था कर्म... Dr fauzia Naseem shad 4 books · 17,167 words Faasle Dr. Fauzia Naseem Shad अपने दिल के नरम और नाज़ुक एहसासों को लफ़्ज़ों में उतारना एक अलग ही एहसास कराता है मैंने बहुत छोटी उम्र से लिखना शुरु किया था और मुझे लिखने के लिए प्रोत्साहित करने में मेरे वालिद साहब मरहूम जनाब नसीम... SUDESH KUMAR 2 books · 5,499 words Zindagi Tere Naam Sudesh Kumar इस किताब को लिखने की प्रेरणा मुझे मेरे मां, पिताजी, भाई, बहन और मेरे दोस्तों से मिली है, इस किताब में विविध विषयों को केंद्र बनाकर कई रचनाओं का अनूठा संगम मिलता है, जो ज़हन में एक गहरी छाप छोड़ने... अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 5 books · 36,357 words Anil Kumar Gupta "Anjum" Ki Pratinidhi Rachnayen Anil Kumar Gupta "Anjum" इस पुस्तक के माध्यम से कवि अपने पाठकों को अपनी श्रेष्ठ रचनाओं की ओर मुखरित करना चाहता हैl ये रचनाएं आप पाठकों के जीवन को एक सही दिशा की ओर ले जाने में सफल होंगी ऐसी मेरी आशा और विश्वास... Swami Ganganiya 1 book · 4,508 words Samay Darpan Swami Ganganiya मेरी यह पहली पुस्तक है। विभिन्न रुप का काव्य संग्रह इस पुस्तक में शामिल है। कही ना कही हमारे दिमाग में काफी विचार उमड रहे होते है। लेकिन उन विचारों को शब्द रुप मे बाँधना सहज हे या आसान यह... प्रदीप कुमार गुप्ता 3 books · 13,884 words Anubhavon Ke Naye Ayaam - Kavita Sangrah Pradeep Kumar Gupta "अनुभवों के नए आयाम" मेरी कुछ उन कविताओं के संग्रह हैं, जो मैंने अपने आस पास घटित होने वाली घटनाओं के अनुभवों के आधार पर लिखी हैं। इसमें विविध विषयों पर मैंने अपने विचार कविताओं के माध्यम से व्यक्त किये... VEDANTA PATEL 2 books · 9,536 words Udbhav Vedanta Patel "उद्भव" मेरा दूसरा काव्य संग्रह है। 'उद्भव' एक सकारात्मक शब्द है जिसका अर्थ ' प्रकट होना या अस्तित्व में आना ' होता है जो एक नई शुरुवात और विकास की संभावना का सुझाव देता है। इस काव्य संग्रह के माध्यम... Jeewan Singh 'जीवनसवारो' 3 books · 16,569 words Sachetak Kavitayen Jeewan Singh 'Jeewansavaro' "सचेतक कविताएं" का यह संग्रह जनमानस को जीवन, जीवन उद्देश्य, जीवनशैली, समाज, राष्ट्रहित और गौरव के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने की दिशा में एक लघु प्रयास है जिसमें जीवन की सार्थकता, दैनिक और सामाजिक जीवन की यथार्थता, हमारी सांस्कृतिक,... Dr.Priya Soni Khare 2 books · 6,204 words Sukoon Dr. Priya Soni Khare जीवन की आपाधापी में कुछ पल सुकून के बीता लेना ही कविता है। अनगिनत जिम्मेदारियों में जकड़ा जीवन जब भी सांस लेना चाहता है, कोई नई समस्या सामने आ ही जाती है। ऐसे में मन चाहता है दो घड़ी का... Priyank Upadhyay 1 book · 5,527 words Chaurahe Priyank Upadhyay चौराहे जैसा कि पुस्तक का नाम है। जिस प्रकार चौराहे से अलग -अलग रास्ते जाते हैं। उसी प्रकार इस पुस्तक में जो रचनाएं हैं, तरह -तरह की है। जो आप के मस्तिष्क को सोचने पर बाध्य करेंगी। पुस्तक में छपी... Poonam Matia 2 books · 11,626 words Colours Of Symphony (My English Poetry) Poonam Matia If you are looking for an inspirational poetry with a spice of love, romance and commitment; if you are a nature lover; if you wonder what is it life all about? You are choosing a Right BOOK to get motivated,... Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 3 books · 17,478 words Geetika Dr. Ramesh Kumar 'Nirmesh' जीवन विविधताओं एवं विसंगतियों से आवृत्त प्रकृति का एक अनुपम उपहार है। इसके सुचारू संचरण हेतु मूल्यों से परिपूर्ण मानकों की आवश्यकता अपेक्षित है इसकी अर्थपूर्णता और उद्देश्यपूर्णता निरापद इसके सौंदर्य को विस्तारित करती है। एक शोधपरक, व जीवंत समाज... डॉ.सीमा अग्रवाल 3 books · 16,003 words Gat Aagat Anagat Dr. Seema Agrawal गत आगत या अनागत, चलें सतत अविराम। जैसे हर दिन चल रहे, सुबह दुपहरी शाम।। गत, आगत और अनागत, कल आज और कल या कहें भूत, वर्तमान और भविष्य तीनों परस्पर एक दूसरे में गुँथे हुए हैं। अतीत भुलाया नहीं... Er.Navaneet R Shandily 3 books · 35,390 words Bhaav Shrinkhala (Kavya-Sangrah) Navaneet Pandey 'Chunky' भाव श्रृंखला (काव्य-संग्रह) में कवि अपने समग्र भाव अभिव्यक्ति का प्रसार किया हुआ हैं, जो साहित्य यज्ञ कुण्ड में अपना सम्पूर्ण समिधा सार समर्पित कर दिया हैं। आध्यात्मिक धरातल से जुड़ाव की प्रवणता समाहित हैं तो वहीं दूसरी ओर समाज... Ayushi Verma 1 book · 4,838 words Mere Alfaaz Ayushi Verma “मेरे अल्फ़ाज़“ विविध विषयों पर आधारित हिंदी कविताओं का एक लघु काव्य संकलन है। यह संकलन आयुषी वर्मा द्वारा रचित प्रथम काव्य समूह है। प्रस्तुत संग्रह में सम्मिलित अधिकांश रचनाएं जीवन के विविध पहलुओं को बड़ी सरलता से व्यक्त करती... Davina Amar Thakral 1 book · 4,866 words Mere Hisse Ki Dhoop Dr. Davina Amar Thakral "Devika" हम सब के हृदय में पलती, पनपती, पल्लवित और पोषित होती हैं संवेदनाएँ, आकांक्षाएँ, दुर्बलताएँ और सम्भावनाएँ ये जब शब्दों में ढल कर काव्यात्मक रूप लेती हैं तो प्रारूपित होता है एक काव्य संग्रह ”मेरे हिस्से की धूप” जिसमें आप... Meera Singh 1 book · 10,825 words Anubhutiyan Meera Singh यह पुस्तक समकालीन समय को शब्दों में परिभाषित करती जैसे कविता हमारे समाज की दर्पन है। सम्वेदनशीलता, अनुभूति और भावना विचार और परिकल्पना को उत्पन्न करती है तथा इन सभी को छन्दो में समाहित कर पुस्तक की रचना की गयी... Lalni Bhardwaj 1 book · 3,623 words Dhalti Saanjh Lalni Bhardwaj ढलते सूरज को कोई नमस्कार नहीं करता। बचपन से ही कहावत सुनी थी _"सांझ की चन्द्रोई, जैसा आज वैसा कल भी होई "। इसीलिए नमस्कार मत करो। इस ढलती सांझ ने दिन भर के कितने राज समेटे हैं अपने आंचल... surenderpal vaidya 3 books · 16,790 words Hai Suhani Bhor Aage Surenderpal Vaidya ‘है सुहानी भोर आगे’ मेरी काव्य रचनाओं का दूसरा संग्रह है। इसमें सम्मिलित कविताओं में प्रकृति, उत्सव, सामाजिक तथा मानवीय संवेदनाओं के स्वर प्रतिध्वनित हैं। छंद और लय के धरातल पर रची गई ये कविताएं पाठकों के मन को स्पर्श...