Kanchan Khanna 3 books · 11,688 words Kanchani-Bayar (2) Kanchan Khanna हवा (बयार) मानव-जीवन के अभिन्न स्रोतों में से एक ऐसा स्रोत है जिसके बिना जीवन की कल्पना भी असंभव है। अदृश्य होते हुए भी हवा प्रकृति एवं मौसम के अनुरूप अपनी गति व रूप परिवर्तित करती रहती है। उसी प्रकार... डॉ. शिव लहरी 3 books · 9,327 words Neela Ambar Neel Sarovar Dr. Shiv Kumar Sharma 'Shiv Lahari' प्रकृति जीवन का पर्याय है। स्वच्छ पर्यावरण स्वस्थ जीवन का पूरक है। भौतिकता के युग में शुध्द पर्यावरण हमारी चुनौती बनकर रह गया है। यह पुस्तक 'नीला अम्बर नील सरोवर' कवितामय प्रकृति के सुंदरतम वर्णन के साथ हमें स्वच्छ पर्यावरण... मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 1 book · 5,202 words Mann Manmohan Lal Gupta मैंने अपने नाम के अनुरूप मन के भावों को किताब के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने का प्रयास किया है। इसमें आपकों प्रकृति, सामाजिक मुद्दों, जीवन-मरण आदि के भाव मिलेंगे। प्रत्येक कविता में नये विचार सरल भाषा में प्रस्तुत... नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 2 books · 44,450 words Bheem-Gatha (Mahakavya) Nandlal Singh ‘Kantipati’ भारत रत्न बाबासाहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवन और दर्शन पर आधारित यह महाकाव्य 'भीम-गाथा' महाकवि श्री नंदलाल सिंह 'कांतिपति' के साहसिक लेखन की उद्घोषणा है, जिसमें अतीत की गलतियों और वर्तमान की चुनौतियों के साथ-साथ ऐतिहासिक, सामाजिक और राजनीतिक... Santosh Khanna (world record holder) 2 books · 10,091 words Mutthi Mein Suraj (Kavya Sangrah) Santosh Khanna सूर्य की सतरंगी किरणों से छन कर आती छवियां, चाहे वह शुद्ध हों, बुद्ध हों या प्रबुद्ध अथवा जीवन के थपेड़ों से अस्त -व्यस्त या त्रस्त, परंतु संघर्ष के ताप से तपी-सधी, सदा मुट्ठी में सूरज की आकांक्षा लिए प्रयासरत्... DR ARUN KUMAR SHASTRI 7 books · 52,962 words Ram Ram Kahiyo- Dhyan Hi Mein Rahiyo Dr. Arun Kumar Shastri राम राम कहियो - ध्यान में ही रहियो कहते हैं कि किताबों की दुनिया हर किसी के लिए एक खजाना हो सकती है, इसका एक व्यक्तिवादी प्रभाव है। मैंने अपनी स्पेन यात्रा के दौरान सुना कि कोई भी स्पेनिश व्यक्ति... कृष्ण मलिक अम्बाला 1 book · 6,862 words Anubhav-Geet Krishan Malik Ambala सामाजिक जागरूकता एवम आनंद रस को अभिव्यक्त करते हुए अनुभवों को काव्य रूप से गीतों की तरह पिरोया जाए तो वह अवश्य ही अपना संदेश जन-जन तक अच्छे ढंग से पहुंचा जाती है। ऐसे ही आनन्द रस को पहुंचाने का... Dr.Pratibha Prakash 3 books · 18,336 words Satyarth Dr. Pratibha Prakash ये पुस्तक भाव काव्यांजलि, प्रार्थना है मेरी श्रद्धा माला, उपासना है जिसका पंचभूतों में वास है सकल अनुकम्पा प्रकाश है उसके गुणों का वर्णन है ये असीम का सीमित संकलन ये जाकी महिमा पार न पाए ऋषि, मुनि नित ध्यान... Dhriti Mishra 1 book · 4,248 words The Destiny Dhriti Mishra A great Life is all about leaving footprints behind.The Destiny is a vivid collection of rich experiences and impressions that life throws at you and Dhriti has woven them into beautiful verses. Read on for yourself to immerse in life. Sidhartha Mishra 1 book · 6,078 words Abhivyakti Ki Unchai Sidhartha Mishra वाणी की शक्ति अद्वितीय है। वह अभिव्यक्ति का संग्रह करती है, भावों को सुन्दरता के आदान-प्रदान से परिपूर्ण करती है और चित्रित करती है जो जीवन के रंग और रस को प्रकट करते हैं। हिंदी कविता, जो अपनी रसभरी भाषा... Manu Vashistha 1 book · 4,785 words Mishthi and Dadi Manu Vashishtha आजकल बच्चों के लिए लिखा तो बहुत जा रहा है, लेकिन बच्चों में पढ़ने की आदत कम होती जा रही है। दादी नानी और नाती/ पोतों का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है, कि स्वतः ही बातों बातों में ह्रदय... Bharti Das 4 books · 28,708 words Maun Mukul Bharti Das कोई भी मानव समाज और प्रकृति के विभिन्न अवस्थाओं के आधार पर कल्पना करता है, सौन्दर्य का बोध करता है, श्रद्धा-आस्था में विश्वास रखता है तथा परस्थितियों के अनुसार अपने मन के भावों को उजागर करता है। मौन में अपार... Akib Javed 1 book · 3,827 words Kore Akshar Akib Javed समाज की पीड़ा, गरीबों का दर्द, समसामयिक कविताओं को आप सभी तक कोरे अक्षर के जरिए ले कर आया हूं। अपने दिल की बात कविताओं के माध्यम से आप सभी तक पहुंचा रहा हूं। उम्मीद करता हूं आप सभी कोरे... Niki pushkar 1 book · 3,738 words Gati Niki Pushkar इस संग्रह मे विविध भाव की रचनाएँ हैं। इसमे रिश्तों की बात है, प्रेम की बात है और जीवन की बात है। रचनायें लैन्दी नहीं हैं, कम शब्दों मे बात कहने की कोशिश की गयी है। रचनायें शब्दों मे तो... Dr.Priya Soni Khare 2 books · 6,204 words Ek Ahsas Dr Priya Soni Khare भावनाओं को पंक्तियों में लेखनी के माध्यम से उकेरना कोई सरल कार्य नहीं। हर पल अनेकों भाव मन में उभरते है जिनको सटीक भाषा में ढालकर अंकित कर देना, उतना ही मुश्किल होता है जितना कि किसी के प्रति भावमय... Basant Bhagawan Roy 2 books · 12,320 words Ek Pyar Ka Nagma Basant Bhagawan Roy काव्य संग्रह “एक प्यार का नगमा” प्रेमासक्त और वियोग भावनाओं की वह पराकाष्ठा है, जो इसके सान्निध्य और अनुपस्थिति दोनो में शाश्वत है। संवेदना से उपजी कविता के हर शब्द में छिपा दर्द, विरह की तड़प के साथ प्रेम के... Mamta Rani 3 books · 13,738 words Kavya Ek Junoon Mamta Rani "काव्य एक जुनून" काव्यात्मक रचना हैं, जिसके माध्यम से वर्तमान समय के परिदृश्य और परिस्थिति को ध्यान मे रखते हुए काव्य का संग्रह प्रस्तुत करने की कोशिश की गई हैं l इस किताब मे लिखी गयी कविता के द्वारा पाठकों... राजेश बन्छोर 1 book · 3,285 words Udghosh Rajesh Banchhor देश-दुनिया के भूत, भविष्य और वर्तमान घटनाक्रम को रेखांकित करता मेरा कविता संग्रह "उद्घोष" आप सभी सुधी पाठकों के समक्ष प्रस्तुत है। Anjana banda 1 book · 5,933 words Saheji Katran Anjana Banda सहेजी कतरन जीवन के विभिन्न पहलुओं से कांट छांट कर शेष बचे मन के विचार है जो हृदय सदैव अविस्मरणीय यादों के रूप में सहेजें रखता है इस काव्य पुस्तक में हम सभी के जीवन को प्रभावित करने व उसके... Mohini Tiwari 3 books · 12,158 words Mann Ke Sandesh Mohini Tiwari 'मन के संदेश' काव्य-संग्रह मेरे अंतर्मन में उमड़ते जज़्बातों का हृदयस्पर्शी संकलन है। कहते हैं कि मन ठहरता नहीं। विचारों के अनंत आकाश में उड़ान भरता ही रहता है। मन एक दार्शनिक सम जीवन के विविध पहलुओं पर बहुत-कुछ कहता... साहिल 1 book · 4,468 words Mahsoos Kiya Sahil सैनिकों का शौर्य शहीदों की शहादत, किसानों के कठिन श्रम का अनिश्चित परिणाम, नारियों का शोषण, अशांति से विक्षुब्ध मन की व्याकुलता, समाज तथा राष्ट्र में फैली कलुषित राजनीति के भंवर में फंसे बेरोजगार युवाओं का दर्द, और झूठे प्रेम... Seema Verma 2 books · 4,645 words Bachpan Ke Geet Seema Verma प्रिय पाठकों "बचपन के गीत" नन्हें-मुन्नों के लिए लिखी गई कविताओं का संग्रह है जिसमें दो वर्ष के बच्चे से लेकर दस-बारह वर्ष के बच्चों के लिए कविताओं को संजोया गया है। बच्चे चित्रों से बहुत आकर्षित होते हैं इसलिए... surenderpal vaidya 4 books · 29,528 words Neel Nabh Ke Chhor Surenderpal Vaidya 'नील नभ के छोर' मेरी काव्य रचनाओं का प्रथम संकलन है। इसमें गीत, गीतिका, छंद, मुक्तक और छंदमुक्त कविताएं शामिल हैं। छंदों पर आधारित रचनाएं एक लयात्मकता का प्रभाव उत्पन्न करती हैं, जिसकी अनुभूति पाठकों को स्वाभाविक रूप से होती... Buddha Prakash 9 books · 44,585 words Lehron Si Zindagee Buddha Prakash काव्य संग्रह 'लहरों सी ज़िंदगी' में भिन्न-भिन्न कविताओं के माध्यम से ज़िंदगी के मायने की सुंदर छवि और सच्चाई प्रस्तुत की गयी है। जिंदगी के विभिन्न पहलुओं के सुंदर अनुभवों से कविताओं में जीवन के अनूठे संगम की झलक उभर... Dr Parveen Thakur 2 books · 10,087 words Samay Aur Vedna Ki Ret Par (Kavya Sangrah) Dr. Parveen Thakur "समय और वेदना की रेत पर" काव्य संग्रह मेरे निजी जीवन के विभिन्न पक्षों अर्थात् सुख-दुःख, हर्ष-विषाद, उतार-चढ़ाव के साथ-साथ जीवन मूल्यों और सामाजिक सरोकारों के अनुभवों का एक साझा संकलन है। यह एक भौतिक सच्चाई है कि मानव के... Umender kumar 1 book · 3,351 words Manastaapa Umendra Kumar "मनस्ताप" पुस्तक उमेंद्र कुमार जी की प्रथम प्रस्तुति है। इसमें कुछ रचनाएं बहुत ही मार्मिक व संवेदनशील विषयों पर आधारित है। इसमें रचयिता ने अपने मन की पीढ़ा को लिखित रूप दिया है। इन रचनाओं में आज के हालात को... VINOD CHAUHAN 7 books · 38,134 words Main To Mahaj........Hoon Vinod Chauhan प्रिय पाठकवृंद आपका सहृदय अभिनंदन 💝🙏🙏 "मैं तो महज...........हूँ" पुस्तक में विभिन्न भावों को समरसता में पिरोया गया है। कविताओं को एक ही शीर्षक वाली शब्दावली में लिखना जितना हमारे लिए अविस्मरणीय रहा, उतना ही आपके लिए भी पढ़ना रुचिकर... आर.एस. 'प्रीतम' 7 books · 45,632 words Khud Ki Talash Mai Hoon R.S. 'Preetam' ख़ुद की तलाश संसार के सत्य को आत्मसात करवाकर जीवन को परमशाँति से भर देती है; अन्यथा भ्रमित मन सांसारिक सुखों को भुलाकर दुखों से पीड़ित नरकीय अवस्था में भटकता है। 'ख़ुद की तलाश में हूँ' जीवन का विश्लेषण कर... Namrata Sona 1 book · 4,012 words Antah Spandan Namrata Saran "Sona” भावप्रवण कविताओं का संकलन- मानवीय संवेदनाओं और जीवन के विविध रंगों को भावपूर्ण प्रस्तुत करती रचनाएं, जिनमें जहां एक ओर अंतर्निहित भावनाएं जैसे -प्रेम, वात्सल्य, अपनापन, परवाह, रूमानियत है तो वहीं दूसरी ओर समाज में व्याप्त विसंगतियों पर आक्रोश का... Manisha joshi mani 1 book · 7,377 words Bansuri Manisha Joshi Mani मन के भावों को शब्दों की बांसुरी जब गुनगुनाती है तो कोरे कागज़ पर शब्द रास करने लगते है! और एक ऐसा वातावरण बन जाता है कि मन उस ओर एक पतंगे की तरह खिंचा चला जाता है, एक बेहतरीन...