Dr. Bharati Varma Bourai 3 books · 11,492 words Anhad Naad Dr. Bharati Varma Bourai सृष्टि से निरंतर बहता हुआ संगीत, हृदय की गहराइयों से निरंतर गुंजित होता हुआ अनहद नाद जो हर कोई अपने अंतस में सुन तो पाता है पर किसी से, किसी अपने तक से भी कह नहीं पाता…उसी अनुभूति से जब... Kumar Kalhans 2 books · 10,730 words Jeevan Ka Tyohaar Niraala Kumar Kalhans मानव, जीवन की यात्रा में अनेकानेक पड़ावों से गुजरता है। विभिन्न परिस्थितियों का सामना करता है। अगणित प्रिय, अप्रिय घटनाएं उसके साथ घटती हैं। ऐसे समय उसके ह्रदय सिंधु में भावनाओं के ज्वार पर ज्वार उमड़ते हैं। प्रस्तुत पुस्तक के... Ravi Prakash 15 books · 2,91,342 words Shri Sunder Lal Ji (Laghu Mahakavya) Ravi Prakash जुलाई 1956 में श्री राम प्रकाश सर्राफ ने अपने नाना श्री सुंदर लाल जी की स्मृति में परोपकार की भावना से रामपुर (उत्तर प्रदेश) में सुंदर लाल इंटर कॉलेज की स्थापना की। पुस्तक में वर्णित श्री सुंदर लाल जी का... Heera S 1 book · 2,969 words Kitna Suhana Mausam Heera Shanmugham प्रिय साहित्य प्रेमियों.... मेरी छोटी सी कविता संग्रह का नाम है "कितना सुहाना मौसम" प्रस्तुत रचना सरल भाषा में लिखी हुई है. मुछे उम्मीद है कि इन कविताओं के द्वारा आप भी कल्पना की दुनिया में उड़ सकते हैं बिना... इंजी. संजय श्रीवास्तव 4 books · 19,332 words Neh Ke Dhage Er. Sanjay Shrivastava काव्य संग्रह "नेह के धागे" में रचनाकार ने भारतीय समाज में संबंधों की बारीकियां को बहुत ही सूक्ष्मता और सहजता के साथ वर्णित किया है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में संबंधों के ताने-बाने में आ रही मिलावट और खटास को बखूबी उकेरा... कविता झा ‘गीत’ 1 book · 5,546 words Thoontha Ped : Mutthi Bhar Jazbaat Kavita Jha ‘ठूँठा पेड़ : मुट्ठी भर जज़्बात’ कविता संग्रह मानव मन की संवेदनाओं को नितांत ही सरल, सजीव, अपरिमार्जित, अपक्व, बुनियादी एवं साधारण ढंग से प्रस्तुत करने का एक प्रयास है, जहाँ कवयित्री का उद्देश्य मानव चेतन को हल्के से छू... Khajan Singh Nain 5 books · 46,537 words Sankraman Kaal Khajan Singh Nain काव्य सृजन अंतर्मन के भावों की अभिव्यक्ति होती है। "संक्रमण काल" काव्य-संग्रह, पाठक के अंतर्मन को छूती कविताओं का संकलन है। जीवन के विभिन्न पहलुओं की झलक इन रचनाओं में दिखाई देती है। पाठक को लगता है काव्य संकलन में... सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 books · 31,829 words Prem Paati Suresh Kumar Chaturvedi प्रेम पाती समूची मानव सभ्यता के लिए एक प्रेम भरी पुकार है। जाति धर्म भाषा मजहब नस्ल एवं अंचल से ऊपर उठकर, समाज की बेहतरी का आवाहन है, क्योंकि प्रेम मनुष्य ईश्वर का दिया हुआ बहुत बड़ा उपहार है, अतः... Mukund Patil 1 book · 6,669 words Manthan Baba Patil (Mukund Ramkrishna Patil, Nikam) इस पुस्तक का शीर्षक हे "मंथन" जो मथने की क्रिया को दर्शता है. इस मंथन की प्रत्येक कविता वैचारिक मंथन का परिपाक है. जिस तरह हम दही से घी बनाने के लिए मंथन क्रिया करते है और उसने से हमे... Monika Arora 1 book · 5,691 words Mantasha Ke Mann Se Monika Mantasha 'मंतशा के मन से' इस पुस्तक में मंतशा के मन से उपजे प्रेम और विरह के कुछ गीत और ग़ज़लें हैं। भावनाओं को शब्दों में पिरोकर आपकी मंतशा यह सारे गीत और ग़ज़ल आप सबके अमूल्य स्नेह व आशीर्वाद को... Dr. Vaishali Verma 1 book · 4,455 words Madhuram (Bachpan Ki Duniya) Dr. Vaishali Ankur Verma मधुरम (बचपन की दुनिया) कविता संग्रह "डॉ॰ वैशाली अंकुर वर्मा" जी की प्रथम पुस्तक प्रस्तुति है। पुस्तक के प्रकाशन में सर्वप्रथम परमेश्वर, माता-पिता एवं गुरुजन को नमन अर्पित करती हूँ। सभी क्षेत्रो में कविताओं का अपना ही महत्व हैं। एक... DR ARUN KUMAR SHASTRI 7 books · 52,962 words Monalisa Dr. Arun Kumar Shastri हर लेखक की चाह होती है उसकी पुस्तक को पाठक गण पसंद करें ऐसा ही मेरा भाव भी है, लेकिन पाठक के मन को छु पाऊँ ऐसा भाव उस से पहले है। मेरी प्रस्तुत पुस्तक "मोनालिसा/Monalisa" पेंटिंग जैसी ही खूब... Pallavi Mishra 2 books · 10,764 words Dhoop-Chhanv Dr. Pallavi Mishra •••कुछ कविताएँ समसामयिक घटनाओं से प्रभावित हैं तो कुछ अंतस् की गहराइयों में उठती भावनाओं का प्रतिबिंब हैं। इनका विस्तार सूक्ष्मतम अनुभूतियों से लेकर स्थूलतम उपलब्धियों तक है। कहीं धूप की प्रचंड किरणों का ताप है तो कहीं छाँव की... Nitesh Shah 1 book · 4,340 words Vichaaron Kee Udaan Dr. Nitesh Shah विचारों की उड़ान मेरी पहली काव्य पुस्तक है I मैंने विभिन्न विषयों पर अपने विचारों को शब्दों में पिरोने का प्रयत्न किया है I सरल, सहज भावाभिव्यक्ति में लिखी कविताएँ सबको अच्छी लगती है I आशा है आपको भी मेरी... Ahtesham Ahmad 4 books · 21,838 words Aks Khayaalon Ke (Ek Kavya Sangrah) Md. Ahtesham Ahmad इंसानी दिमाग की एक सब से बड़ी ख़ासियत है ... तसव्वुर और ख़याल। इंसान जो बातें सोचता है वो ख़याल बन कर उसके दिमाग़ की वादियों में मंडराती रहती हैं और फिर इन ख़यालात के अक्स यानी परछाईं हमेशा के... Meera Thakur 3 books · 17,155 words Antarman Ke Dweep Meera Thakur 'अंतर्मन के द्वीप' काव्य संग्रह द्वारा मैंने जीवन में आने वाले विभिन्न संवेदनशील मुद्दों पर सहज ही मन में उमड़ने वाले भावों को कविता के माध्यम से प्रकट करने की कोशिश की है। मुझे विश्वास है कि अधिकांश कविताओं में... Ghanshyam Poddar 4 books · 20,814 words Baangi Ghanshyam Poddar सरलता, सुगम्यता और संप्रेषणीयता किसी भी रचना के प्रति पाठकों के समक्ष आकर्षण उत्पन्न करता है। प्रत्येक रचना या विधाओं से रचनाकार स्वयं को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करता है। इसमें राष्ट्रभक्ति, ईश्वर भक्ति, परंपरा और सामयिकता एवं लेखकीय विचार... Dinesh Kumar Gangwar 1 book · 3,595 words Meri Kavita Mere Geet Dinesh Kumar Gangwar मेरी कविता मेरे गीत ऐसा काव्य संग्रह जिसमे जीवन के सभी पक्ष एव रस सम्मिलित है। भक्ति रस से श्रृंगार रस साथ ही साथ युवाओं को सकारात्म संदेश देता है “प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ विशिष्ट विचार या भावनाएँ... Kanchan Khanna 3 books · 11,688 words Kanchani Shravanika Kanchan Khanna मनुष्य का जीवन किसी नदी के समान सतत् प्रवाह में रहता है। कल-कल बहती हुई नदी के प्रवाह में एक अव्यक्त सा संगीत होता है। गति होती है। गति के बिना जीवन का कोई महत्व नहीं। वह शून्य है। प्राणहीन... Ritu Asooja 3 books · 15,213 words Sakaratmak Vichaaron Ki Sampatti Ritu Rishikesh Asooja हमारे विचार हमारी वास्तविक संपत्ति हैं, हमारे विचार ही प्रेरणा बनकर हमें प्रेरित करते हैं..और उम्मीद की नन्हीं किरण असंभव को संभव कर दिखाने की क्षमता रखती है। अपनी सोच पर नाकारात्मकता विचारों का दीमक ना लगने दें। संकल्प शक्ति... Mandar Gangal 2 books · 11,475 words Man Manas Mandar Gangal "Manas" अलग अलग विषयों पर की गई बेहतरीन रचनाएं इस काव्य संग्रह की विशेषता हैं। हर एक रचना अपने आप में एक संग्रह है। कवि मानस ने जैसे अपने दिल के कुछ पहलू आपके सामने रख दिए है। Madhuri mahakash 1 book · 4,335 words Komal Kislay Madhuri Mahakash मुझे नहीं मालूम कि कविता बैठकर कैसे लिखी जाती है, मैंने सदैव ही चलते-चलते कविताएँ लिखीं। जहाँ जैसे भाव दिखे, हृदय के तारों से टकराए और कविता की परिणिति स्वतः होती गई। प्रसन्नता में, दुख में, पीड़ा के क्षणों में,... Suryakant Dwivedi 1 book · 4,375 words Suryaansh Surya Kant Dwivedi कविता हृदय है। नदी का नाद है। तन-मन का संगीत है। भावों की त्रिवेणी है। मन का उद्गम है। यह जीवन का रस है। रस की अभिव्यक्ति है। सरस्वती का वरदान है तो शिव का प्रताप है। कविता लिखी नहीं... Harinarayan Tanha 2 books · 6,513 words Deh Mandir Ko Banaakar Harinarayan Tanha इस काव्य संग्रह में हरिनारायण तनहा की रचित कविताएं संकलित हैं जिनमें विभिन्न मनोभावों एवं विचारों का प्रकटीकरण है जो जीवन के हर एक पहलू को कहीं न कहीं स्पर्श करते हुए पाठक के मन तक पहूंचती हैं शब्दों कि... तारकेश्वर प्रसाद तरुण 9 books · 68,775 words Abhilasha T. P. Tarun प्रकृति में सृष्टि का उद्देश्य सूक्ष्म नगण्य अदृश्य अणु परमाणु के जटिल संयोग का विशालतम दृश्य रचना प्राणी मात्र है। सृष्टि रानी ने अवतरण के पूर्व प्राण प्रतिष्ठा समय प्राणी जगत में भाव भावना संवेदना दया करुणा धर्म आस्था कर्म... Dr fauzia Naseem shad 5 books · 25,249 words Faasle Dr. Fauzia Naseem Shad अपने दिल के नरम और नाज़ुक एहसासों को लफ़्ज़ों में उतारना एक अलग ही एहसास कराता है मैंने बहुत छोटी उम्र से लिखना शुरु किया था और मुझे लिखने के लिए प्रोत्साहित करने में मेरे वालिद साहब मरहूम जनाब नसीम... SUDESH KUMAR 2 books · 5,499 words Zindagi Tere Naam Sudesh Kumar इस किताब को लिखने की प्रेरणा मुझे मेरे मां, पिताजी, भाई, बहन और मेरे दोस्तों से मिली है, इस किताब में विविध विषयों को केंद्र बनाकर कई रचनाओं का अनूठा संगम मिलता है, जो ज़हन में एक गहरी छाप छोड़ने... अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 6 books · 45,783 words Anil Kumar Gupta "Anjum" Ki Pratinidhi Rachnayen Anil Kumar Gupta "Anjum" इस पुस्तक के माध्यम से कवि अपने पाठकों को अपनी श्रेष्ठ रचनाओं की ओर मुखरित करना चाहता हैl ये रचनाएं आप पाठकों के जीवन को एक सही दिशा की ओर ले जाने में सफल होंगी ऐसी मेरी आशा और विश्वास... Swami Ganganiya 1 book · 4,508 words Samay Darpan Swami Ganganiya मेरी यह पहली पुस्तक है। विभिन्न रुप का काव्य संग्रह इस पुस्तक में शामिल है। कही ना कही हमारे दिमाग में काफी विचार उमड रहे होते है। लेकिन उन विचारों को शब्द रुप मे बाँधना सहज हे या आसान यह... प्रदीप कुमार गुप्ता 4 books · 20,103 words Anubhavon Ke Naye Ayaam - Kavita Sangrah Pradeep Kumar Gupta "अनुभवों के नए आयाम" मेरी कुछ उन कविताओं के संग्रह हैं, जो मैंने अपने आस पास घटित होने वाली घटनाओं के अनुभवों के आधार पर लिखी हैं। इसमें विविध विषयों पर मैंने अपने विचार कविताओं के माध्यम से व्यक्त किये...