sheema anmol 1 book · 4,769 words Anmol Sheema Anmol Dawar जीवन के अद्भुत अनुभव कुछ खट्टे, कुछ मीठे, पल भर अहसास हो जाना, सपनों का और अपनों का कभी ऐसा लगना वह पास ही है.... कभी सपनों का साकार होना, पल भर में प्रियतम का संग होना, राजाओं का राजा... Usha Gupta 1 book · 4,497 words Guldasta Usha Gupta ये मेरा काव्य संग्रह बिरंगे फूलों के गुलदस्ते की तरह है। अधिकांश रचनाएँ पर्यावरण संरक्षण, प्रकृति प्रेम, नारी, ईश्वर के प्रति आस्था, आशा-निराशा, किताबें आदि पहलुओं का दर्शन कराती हैं। ये सारे विषय मेरे दिल के क़रीब हैं। साहित्य की... Manoj Shrivastava 3 books · 47,721 words Kavita Ki Kavitai Gayab Doctor Engineer Manoj Shrivastava अपने ही दम से हमें लक्ष्य मयस्सर होगा खुद लड़ी जाए अगर जंग तो बेहतर होगा साथ आ जाएंगे कुछ और सिपाही मुझसे बनेगा कारवां तब गजब ये मन्ज़र होगा समय लिखेगा इतिहास कलम से अपनी चलेंगे लोग साथ अपना... Dr .Shweta sood 'Madhu' 2 books · 10,023 words Gullak Ehsason Ki Dr. Shweta Sood 'Madhu' कुछ देखा, कुछ सुना, कुछ महसूस किया, इन्ही सब अहसासों को लफ़्ज़ों का रूप दिया। मेरा पहला प्रयास *मेरे जज़्बात मेरे अल्फ़ाज़* मेरी काव्य-संग्रह पुस्तिका के रूप में प्रकाशित होने से मेरी चिर प्रतीक्षित आकांक्षा पूर्ण होने से मेरे सपनों... Vedha Singh 2 books · 12,398 words Moonlit Sonnets: The Enchantment Of Eros Vedha Singh Unveiled beneath the moon's ethereal glow, "Moonlit Sonnets: The Enchantment of Eros" awakens. This whispered tapestry of poems invites you on a spellbinding odyssey through love's labyrinthine heart. Here, desire and devotion intertwine, heartbreak waltzes with hope, and every verse... Ghanshyam Poddar 4 books · 20,814 words Aahat Ghanshyam Poddar "आहट" उन भावों की अभिव्यक्ति है, जो मस्तिष्क के स्वभाव पक्ष और मानस पक्ष के मध्य से निसृत होती है। सरस्वती के उदगम से कविता निकलती है और पृष्ठों पर उतरती है। जैसे गंगोत्री से गंगा और यमुनोत्री से यमुना,... Rajesh Kumar Arjun 1 book · 3,882 words Bal Gunjan Rajesh Kumar Arjun बाल कविता व बाल गतिविधि बच्चों के मन को भा जाने वाली कविताओं का संग्रह एवं बच्चों के सीखने हेतु बाल गतिविधियों का संकलन है। Veneeta Narula 5 books · 28,231 words Rising Ripples Veneeta Narula The Rising Ripples embark us on our life's journey which is a winding trail presenting cuddles and challenges making our mettle shine bright. Spending time with Nature is an eternal bliss strengthening our inner being, enlightening our spirit and revitalizing... PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 books · 8,380 words Shesh Hai Pratibha Arya आदिकाल से मनुष्य प्रकृति एवं जीवन के विविध रूपों की अभिव्यक्ति शब्दों के माध्यम से करता आ रहा है फिर भी आने वाली पीढ़ियों के लिए शेष रह जाता है-बहुत कुछ कहने को। प्रतिभा आर्य के प्रथम काव्य संग्रह "भावों... हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 4 books · 31,847 words Mujhmein Chhipa Kavi Himanshu Badoni "Dayanidhi" प्रस्तुत संकलन मेरे जीवन से जुड़ी नवीनतम रचनाओं को संकलित करती है। आशा है कि समस्त हिन्दी पाठकों को यह संकलन पूर्व की भांति अच्छा लगेगा और उन सबकी प्रतिक्रिया सकारात्मकता से परिपूर्ण होगी। हिन्दी भाषा के प्रहरियों एवं समालोचकों... डी. के. निवातिया 1 book · 5,362 words Shabdo Ke Rang - Kavita Ke Sang D. K. Nivatiya काव्य का सौंदर्य उसके विभिन्न रंगों रूपी विद्याओं में समाहित है जिन्हें शब्दों के माध्यम से उकेरा जाता है! शब्द जब पुष्प बनकर भिन्न रंगों में खिलते है तो काव्य के सौन्दर्य से साहित्य रूपी गुलशन सुसज्जित होकर महकने लगता... Dr.Pratibha Prakash 3 books · 18,336 words Param Shakti Ek Param Satya Dr. Pratibha Prakash ये वाणी परम शक्ति की मैं तो माध्यम हूँ लिखने का मैं साधक हूँ उसी शक्ति का, इक साधन हूँ लिखने का सत्य रचयिता सृष्टि के तुमसे ही है अस्तित्व सकल शब्द पुस्तक ज्ञान प्रखर स्वाध्याय ये निज को रचने... लक्ष्मी सिंह 5 books · 31,189 words Darpanika Lakshmi Singh लक्ष्मी सिंह की कलम से प्रस्तुत "दर्पणिका" एक ऐसी काव्य पुस्तक है जो मानव जीवन के रंगीन चित्रों को बखूबी उकेरती है। यह पुस्तक, मानो एक शीशे की तरह, हमारे अस्तित्व के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है, जिसमें हमारी... Rachana 1 book · 6,020 words Roshni Ka Dariya Rachana Mohini 'Siya' 'रोशनी का दरिया' साहसी-सहृदय कलमकारा की रोमांचक यात्रा है, जो अपनी बेबाक कलम के माध्यम से समाजिक मुद्दों, पर प्रकाश डालती हैं। संवेदना और संघर्ष की गहराईयों में चारित्रिक छंदों से उत्साह और आत्मसमर्थन का एक जज्बाती आह्वान। कविता की... नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 4 books · 17,429 words Kalmash Shunya Nandlal Mani Tripathi Pitambar समय समाज को विकृत संवेदना से मुक्त रखने के आवाहन के शब्दों के संयोजन का काव्य संग्रह एक छोटा प्रयास सामाजिक जीवन को नित्य निरंजन निर्मल निश्चल निर्विकार निर्विवाद निर्विरोध निर्झर रखने के आवाहन का नाद कल्मषशून्य।। सुनीलानंद महंत 1 book · 4,532 words Ajastra Behte Man Moti Sunilanand नित्य, मन सागर में उठते हजारों विचारों को काव्य/ गीत रूप में लिखकर, मैं प्रेम आनंदरस में डूब उतर जाता हूँ | और ये सिलसिला पिछले 50 वर्षों से सतत अनवरत चलता आ रहा है | माँ भगवती सरस्वती की... Shyam Sundar Subramanian 5 books · 39,152 words Khuli Kitaab Shyam Sundar Subramanian हिन्दी कविता में उर्दू शब्दों का प्रयोग करके भावों के प्रस्तुतीकरण का यह एक अभिनव प्रयास है। अंतस्थ भावनाओं को प्रकट करने में उपयुक्त उर्दू शब्दों के प्रयोग से काव्य सौन्दर्य में निखार लाकर, पाठकों को जीवन के विभिन्न आयामों में... डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद 4 books · 13,420 words Sneh Ka Nata Dr. Rajander Singh "Swachhand" बहुत बार जीवन एक अनबूझ पहली की तरह होता है और कई बार इतना सरल कि जिसे समझने के लिए तनिक भी प्रयास की आवश्यकता नहीं होती। जीवन का प्रत्येक पल एक नया अध्याय होता है शर्त यह है कि... ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी " 1 book · 4,974 words Naam Tera Hoga Thakur Pratapsingh "Ranaji" नाम तेरा होगा" मेरी पहली ग़ज़ल संग्रह पुस्तक है, जिसमें जीवन के विविध अनुभवों को संजोया गया है। इस संग्रह में बचपन की मस्ती, पहली मोहब्बत, एकतरफा प्यार, मिलन-विरह की पीड़ा, और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण जैसे भाव शामिल... krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 1 book · 5,793 words Mann Ki Laharein Krishna Pandurang Waghmare मन की लहरें समाज और प्रकृति में बहुत सारे विषय है, बहुत सारी चीज़ें हैं, बातें हैं जिन्की "लहरें" हर किसी के मन में उठतीं रहतीं हैं। मेरे मन में भी बहुत सारी लहरें उठती रहती हैं और उन्हीं लहरों... दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" } 3 books · 20,584 words Anhad Antas Neel Padam 'अनहद अंतस्' कवि हृदय में सहज अवतरित काव्य से साक्षात्कार है। कोई भी कविता किसी तकनीक से जन्म नहीं लेती बल्कि अनंत ह्रदय के किसी द्वीप पर अवतरित हो जाती है। सीधे सरल तरीके से मन में घटित हुई कविता... Dr. Meena Kaushal 2 books · 1,49,381 words Deeptshikha Dr. Meena Kaushal 'Priyadarshini' Deeptshikha is a book by Dr. Meena Kaushal 'Priyadarshini'. Kanchan Advaita 1 book · 4,107 words Dhuan Dhuan Ishq Kanchan "Advaita" हिंदी साहित्य में मेरी रुचि स्कूल के दिनों से ही थी। स्कूल कॉलेज का ज़्यादातर वक़्त प्रसिद्ध साहित्यकारों को पढ़ते हुए, लाइब्रेरी में ही गुज़रा। कागज़ पर जज़्बात शब्दों में ढलते हुए कब कविता बनने लगी, पता ही न चला।... Awadhesh Singh 1 book · 4,210 words Hatheli Me Chand Awadhesh Singh प्रेम आज के परिवेश में जीवन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण भाव है जिसके प्रति समाज की उदासीनता चकित कर रही है। भौतिक सुख सुविधाओं के लिए रोज मर्रा की भागम-भाग में आज प्रेम की कोमल अनुभूति से जुड़ने के लिए... manorath maharaj 2 books · 37,153 words Chuppi Ka Shor Manorath Maharaj प्रिय पाठक, यह "चुप्पी का शोर" पुस्तक आपके हाथों में सौंपते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं बचपन से ही कविताओं का दीवाना रहा हूँ और मेरे लिए कविता हमेशा आत्मा की आवाज़ रही है। किशोरावस्था में लिखी... Saraswati Bajpai 3 books · 20,082 words Paati Dhaai Aakhar Ki Saraswati Bajpai जीवन की प्रथम अनुभूति प्रेम ही है। जीवन से मृत्यु तक प्रत्येक जीव इस अनुभूति को अपनी क्षमतानुसार अधिकाधिक संचित कर लेना चाहता है। यही प्रेम हमें लौकिक, पारलौकिक दोनो ही जगत में सुदृढ करने की क्षमता रखता है। सारा... संतोष बरमैया जय 2 books · 11,540 words Geeton Ka Guldasta Santosh Barmaiya "Jay" प्रिय पाठक, सादर नमस्कार! "गीतों का गुलदस्ता" यह किताब आपके एवं आपके परिवार और समाज के लिए वरदान सिद्ध होगी। इस किताब का कोई न कोई गीत आपके मन को छूकर अंतस में सदा के लिए बस जाएगा। मेरे लिखे... NAVNEET SINGH 3 books · 8,985 words Palaash Ke Phool Navneet Singh यह पुस्तक प्रेम, यथार्थ और जीवन से जुड़ी घटनाओ का काव्य रूप है। Buddha Prakash 9 books · 44,585 words Mann Mera Bairagi Buddha Prakash समय निरंतर बढ़ता रहता है और इसी समय मे सभी जीवन जी रहे है। सांसारिक क्रिया कालापों मे मानव उलझ कर रह गया है, फिर भी कहीं-ना-कहीं उसके अंदर बैराग या विरक्ति का भाव उभर कर मन में आता है।... Dr. Rajeev Jain 1 book · 4,378 words Patjhad Ki Bahar Dr. Rajeev "Sagari" यह पुस्तक एक मनोवैज्ञानिक की अपनी नजर से लोगों के बीच स्थापित रिश्तों की एक तहकीकात है, लेखक मानो सलाहकार के रूप में पिछले ३५ वर्ष से समाज के बीच काम कर रहा है। हर रिश्ते के हर पहलू पर...