
कर्णप्रिय काव्य

क्या देखते हो…

धरती की पुकार

साहित्य सरिता

खामोश चीखें

वेदनामृत

सागर की लहरें (कविता संग्रह)

इन्तेहा हो गयी

यथार्थ

श्रीमान मानव की विकास यात्रा (महाकाव्य)

क्रौंच सु ऋषि आलोक (खंड काव्य)

तथागत बुद्ध मंजरी

तुम नौजवान या बूढ़े हो

गुलमोहर तले

नैवेद्यम्

काव्य मंजूषा

नये मुहावरे का चाँद

मंगलाशीष

एहसासों के सीपज

गुप्तरत्न एक एहसास

स्वस्तिक

सप्तम वर्ष अभिनन्दन

भावों का कारवाँ

पथिक

इस मोड पर

अच्छा लगता है

रवानी

इब्तिदा-ए-ग़ज़ल

दिल की किताब

मेरे मन की