
चटकू मटकू

अपराजिता (काव्य संग्रह)

अनुभूति

फुर्सत के पल

बारिशों का सौदा

विराट सौंदर्य

कंचनी चिट्टी

जब-जब

मृगांक

क्षितिज

जीवन का सार

दिल की उमंग

विद्रोह शब्दों का

चिन्तन के पार चला

तिरंगा एक गवाह

अनजान राहें अनजान पथिक

हृदय के उद्गार

ख्वाब जो देखे थे मैंने

दिल से दिल तक

मजबूरी और शौक

गूँजते अल्फ़ाज़

नायक जी के मुक्तक

रामलला अभिराम

हृदय की झंकार

सतरंगी

आईना

कुछ कही, कुछ अनकही

अनुभूति गुंजन

मुक्त पंथी

एक मुठ्ठी लकीरें