Publishing Experiences by Authors

धन्यवाद बुक फायलो!
मेरी पुस्तक “चिन्तन का इन्द्रधनुष” प्रकाशित करने के लिये !
आभार आदरेया डाॅ० अर्चना गुप्ता जी एवम् श्री अभिनीत मित्तल जी , जो आपने लेखकों के हित में यह श्रेष्ठ कदम उठाया। सब कुछ रचनाकार के हाथ में । सृजन, संशोधन, और आवरण भी ! रचनाकार की दृष्टि से यह अति मितव्ययी भी है। ISBN नम्बर के साथ एमेजन और प्लिपकार्ट पर बिक्री के लिये उपलब्ध और रोयल्टी भी !
प्रकाशनके क्षेत्र मेंएक क्रांतिकारी कदम लगा मुझे !
सबकुछ पारदर्शी, कहीं कोई छिपाव नहीं !
मुझे आपसे और स्टाफ से जो सहयोग मिला, पुनः उसके लिये हृदय से आभार !
मित्रों से निवेदन, एक बार परखें अवश्य !
महेश चंद जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
9058160705

जोहार ! नमस्कार 🙏
मुझे बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि सम्माननीय साहित्यपीडीया तथा बुकफायलो टीम के सकारात्मक मार्गदर्शन में मेरी जिंदगी की पहली पुस्तक ‘आदिवासी होकर जीना सरल नहीं जोहार काव्य संग्रह ‘ पुस्तक सुंदर कवर पेज के साथ अच्छी गुणवत्ता में सुगमता से से प्रकाशित हो गई। मैंने आदिवासी समाज के दुःख दर्द,जल-जंगल-जमीन,शोषण अत्याचार तथा अन्य विषयों पर कविताएं लिखी हैं।इस पुस्तक को परिवार समाज तथा संपूर्ण राष्ट्र के लोगों से अगाध समर्थन तथा प्रेम मिला । वाकई मेरे जैसे नवीन कवियों तथा लेखकों के लिए दुनिया का सर्वश्रेष्ठ प्लेटफार्म है। पुनः साहित्य पीडिया तथा बुकफाइलों टीम का दिल की समस्त गहराई से बहुत-बहुत जोहर आभार धन्यवाद शुक्रिया।
: राकेश देवडे़ बिरसावादी, ग्राम खोलगांव तहसील सेगांव जिला खरगोन मध्य प्रदेश 451442
मोबाइल -9617638602

’सहज भाव मेरे ’ बुक फाइलों के द्वारा प्रकाशित दूसरी पुस्तक है,जो हाइकु संग्रह है।बुक का पेज और छपाई बहुत ही अच्छी है ।बुक फाइलों टीम का सहयोग बहुत सराहनीय है । आप भी जरूर अपनी पुस्तक प्रकाशित करें।यह एक अच्छा प्लेटफार्म है जो उच्च गुणवत्ता और कम लागत में एक अच्छी पब्लिशिंग पुस्तक की प्राप्त होती है। धन्यवाद साहित्यपीडिया और बुक फाइलों सदस्यों का।

आत्मीय शुभ चिंतक,
मधुर अभिवादन!
अभी मुझे मेरे नवीनतम कविता-संग्रह ‘रेत का घर’ की लेखक प्रतियाँ प्राप्त हुईं । अपार सुखानुभूति हुई।
मेरी काव्य-संग्रह दीर्धा में एक और कृति-पुष्प समाहित करने के लिए और मेरी हरित इच्छा फलवती बनाने के लिए बहुत धन्यवाद और आभार ।
पूर्व की भाँति हृदयग्राही संव्यवहार, जीवंत संवाद और सफल प्रकाशन के लिए साधुवाद …
हे, साहित्य मनीषियों,
हे, कविता के कायलों ।
उत्प्रेरणा का सुंदर मंच है,
अपना यह ‘बुकफ्लायो’ ।।
अल्प समय,
बढ़िया संयोजन।
‘ए आई’ से,
बेहतर प्रबंधन ।।
श्री अभिनीत जी जैसे,
अनमोल कोहिनूर ।
श्री पारस मिश्रा जी जैसे,
सहयोगी मशहूर ।।
प्रतिष्ठितों का,
प्रेरक दिग्दर्शन ।
नवोदितों का,
हर्षित संवर्धन।।
मोहक माहौल में,
सर्जित सृजन।
पूरे कुनबे का,
शत-शत अभिनंदन…
दिलीप कुमार कुर्रे
‘तमन्ना बिलासपुरी’
💐💐💐🙏🙏🙏

मेरा अनुभव BookFylo के साथ सचमुच बेहद शानदार रहा।
यहाँ न केवल मेरी पांडुलिपि को समझा गया, बल्कि उसे और निखारने में भी उन्होंने पूरा सहयोग दिया। पूरी टीम का व्यवहार अत्यंत विनम्र, पेशेवर और प्रेरणादायक था। हर चरण—पांडुलिपि संपादन से लेकर डिज़ाइन, प्रूफ़रीडिंग और प्रकाशन तक—इतनी पारदर्शिता और लगन के साथ काम हुआ कि मुझे कभी भी कोई चिंता नहीं हुई।
सबसे बड़ी बात यह रही कि उन्होंने लेखक के भाव और रचनात्मकता का पूरा सम्मान किया, और पुस्तक को उसी आत्मा के साथ पाठकों तक पहुँचाया जैसे मैंने सोचा था। समय पर कार्य पूरा करना, उच्च-गुणवत्ता की छपाई, और आकर्षक कवर डिज़ाइन—इन सभी ने मेरे सपने को साकार कर दिया।
सच कहूँ तो, BookFylo सिर्फ़ एक प्रकाशन मंच नहीं, बल्कि हर लेखक के लिए एक भरोसेमंद साथी भी है, जो उनके शब्दों को पाठकों के दिल तक पहुँचाने का काम बख़ूबी करता है। मैं पूरे दिल से BookFylo की प्रशंसा करती हूँ और हर नए लेखक व लेखिका को इसकी सिफ़ारिश करूँगी।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

Book flyo ने मेरा book publish करने का सपना पूरा किया। जिसके लिये मैं सदा आभारी रहूंगी।यहाँ की टीम ने specially Mr.Paras ने समय- समय पर मेरा मार्ग दर्शन किया और मेरी कमियों को इतनी सुंदरता से सँवारा हैं कि वो अपूर्ण से सम्पूर्ण लगती हैं।
अन्त में मैं यही कहूंगी कि अब Book Fylo के साथ जो रिश्ता बना है वो दिन प्रतिदिन बढ़ता रहे और Book Fylo ऊँचाइयों के शिखर तक पँहुचे।

मैंने Bookfylo ऐप से पुस्तक प्रकाशित की।साहित्यपीडिया का ये ऐप प्रयोग करना बहुत ही सरल है।अपनी पुस्तक कोई भी स्वयं अपनी रुचि अनुसार डिजाइन कर सकता है।साथ ही इंटीरियर फाइल इस ऐप को और भी अच्छा बना देता है कि हम अपनी पुस्तक का प्रारूप छपने से पूर्व देख सकते हैं।ये एक अच्छा माध्यम है _पुस्तक प्रकाशित करने के लिए ।अब इंतजार नहीं करना पड़ता न ही बुक की डिजाइनिंग और फ्रंट कवर सब आपके हाथ में। मेरी पुस्तक ’उड़ते बादलों का मन’ बहुत ही अच्छी पब्लिश हुई।
धन्यवाद साहित्यपीडिया एक बेहतरीन बुक पब्लिशिंग ऐप के लिए।

बुक फायलो के साथ अपनी पहली पुस्तक अर्थ कलिका का प्रकाशन एक संतुष्टि भरा अनुभव रहा। मुख पृष्ठ से अंतिम पृष्ठ तक सैंटिंग, प्रूफरीडिंग जब तक संतुष्ठ न हो जाएँ,कौन सी रचना कहाँ होगी..सभी कुछ देख परख कर करना ,मन ही मन डरते हुये कि कोई गलती न हो जाए, बार बार कवर फोटो बदलना, दस बार रचना को पढ़ना..।पर बहुत ही रोमांचक भरा था। दो दिन में ई बुक और उसके बाद लगभग पंद्रह दिन में पुस्तक आपके हाथ। हाँ इस बीच बुक फायलो की हेल्पलाइन से बेवर निवासी पारस मिश्रा जी ने मदद की समझाने में। नवनीत पांडे ने भी मनोबल बढ़ाया।जो स्वयं भी रचनाकार ,विद्यार्थी तथा जॉब करने वाला बच्चा है। तहेदिल से शुक्रिया।आत्मविश्वास से लवरेज हूँ।

उचित मार्गदर्शन, अच्छी छपाई
चंद घंटो में ई बूक एवं चंद दिनों में
आईएसबीएन के साथ सभी बूक स्टोर पर
उपलब्ध, साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
के साथ मनपसंद बाह्य आवरण एवं इंटीरियर
भारत में अब बूक फाइलो
स्वचालित प्रकाशन में न. 1 पर आ गया है..
ऐसा हमने अपनी हाल में प्रकाशित पुस्तक
“कश्मीर गाथा” के दौरान महसूस किया है।

मेरी यह पुस्तक बाल ज्ञान पुञ्ज जो BookFylo के माध्यम से प्रकाशित हुई है। मैं इनके इतने सहज सुलभ A. I . System से आत्ममुग्ध हूॅं। इस प्लेटफार्म पर आप अपनी पुस्तक को न सिर्फ बनते हुए देखते हैं बल्कि आप स्वयं बनाते हैं। इतने कम समय में उत्कृष्ट तरीके से ISBN नंबर सहित पुस्तक को प्रकाशित करना इनके उत्कृष्ट कार्य, समर्पण, लगन और दृढ़ता को प्रदर्शित करता है। इसके लिए मैं राजकुमार पाल “राज” BookFylo की पूरी टीम के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करता हूॅं।

“कुछ तो बाकी है” के प्रकाशन का सफर मेरे लिए बेहद विशेष और यादगार रहा। लेखन एक आत्मीय प्रक्रिया है, लेकिन जब वह पंक्तियाँ पुस्तक का रूप लेती हैं तो वह क्षण किसी सपने के सच होने जैसा लगता है।
इस पुस्तक को प्रकाशित करने की प्रक्रिया को मैंने स्वयं अनुभव किया और महसूस किया कि आज के डिजिटल युग में प्रकाशन कितना सरल और सुलभ हो गया है। आधुनिक पब्लिशिंग ऐप की सहायता से यह पुस्तक मात्र तीन दिनों में प्रकाशित हो पाई। जहाँ पहले यह कार्य महीनों का हुआ करता था, वहीं तकनीक ने इसे आसान और तेज़ बना दिया है।
इस पूरी यात्रा में AI (Artificial Intelligence) मेरे लिए एक सह-यात्री की तरह रहा। इसकी मदद से मैंने अपनी पुस्तक को मनचाहा रूप दिया—शीर्षक से लेकर कवर डिज़ाइन तक और शब्दों से लेकर प्रस्तुति तक, हर चरण पर यह अनुभव अत्यंत संतोषजनक और आत्मनिर्भर बनाने वाला रहा।
लेखक के रूप में यह अहसास अद्भुत है कि अब हम अपने विचारों को तुरंत पाठकों तक पहुँचा सकते हैं और अपनी रचनात्मकता को नए आयाम दे सकते हैं।
मैं इस अनुभव को अपने पाठकों और भावी लेखकों के साथ बाँटकर यही कहना चाहती हूँ—“अब लिखना ही नहीं, प्रकाशित करना भी आपके हाथों में है।”
– कल्पना सोनी
(लेखिका)

मन के अंतःपटल पर जन्म लेने वाली ध्वनि, जब शब्दों का आकार ग्रहण कर अलंकारों से अलंकृत होती है और रस की अविरल धारा को अपने भीतर प्रवाहित कर छंद का रूप लेती है, तभी जन्म होता है “अनाहत” का।
शब्दों को विश्व पटल पर किताब के रूप में जनमानस तक पहुंचाने का चमत्कारी कार्य bookfylo ने किया है। किताब की गुणवत्ता उच्च स्तर की है। कवर पेज के डिजाइन को स्वतंत्र रूप से कवि को देना वास्तव में स्वतंत्र अभिव्यक्ति और कवि के मन की बातों को संपूर्ण किताब में पिरोने का कार्य करता है। प्रकाशन के दौरान bookfylo ने जो मागदर्शन दिया उसके लिए मै सदैव कृतज्ञ रहूंगा।
वित्तीय रूप से देखे तो इतने कम दाम पर किताब प्रकाशित करना और उसे ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे एमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध करना प्रशंसनीय कदम मानता हूं।
एक कवि के रूप में मै सदैव bookfylo से जुड़ा रहूंगा ।🙏🙏🙏
Thank you “Bookfylo”

नमस्कार, मुझे यह बताते हुए काफी प्रसन्नता हो रही है कि मेरी चौथी पुस्तक “सैनिक की कहानियाँ ” साहित्यपीडिया और बुकफाइलो (BookFylo) के सौजन्य से बड़ी सरलता और सहजता से प्रकाशित हो गई है। जिसके लिए मैं साहित्यपीडिया और बुकफाइलो टीम का बहुत-बहुत आभारी हूंँ। बुकफाइलो ऐप एक कमाल की सुविधा उपलब्ध कराता है जिससे रचनाकार को प्रकाशन संबंधित निजी पसंदीदा चीजों को समावेश करने का अवसर मिलता है। और यह सही मायने में सेल्फ डेस्क पब्लिशिंग को एक नया आयाम देता है। जिसके लिए मैं साहित्यपीडिया का आभार व्यक्त करता हूंँ। धन्यवाद।
मैं इस किताब में बादशाह गुरु की कहानी लिखी है जो काल्पनिक बहुत अच्छी है जो गुरु कितना महान है जो मुश्किलों का भी सामना करता है हमें एक अच्छे गुरु का चेला बना है और लोगों की मदद करनी है यह किताब बताती है इस किताब में जो मुझको रूप से मिला है मैंने इस किताब में लिखा है इसकी कहानी बहुत अच्छी हैं और सम्मान अनुसार इस किताब को सम्मिलित किया जाता है
मैं हृदय से बुक फाइलो टीम का धन्यवाद करती हूँ कि उन्होंने मेरी पुस्तक “विहंगम” को प्रकाशित करने की प्रक्रिया को इतनी सहजता और त्वरितता से पूर्ण करने में मेरी सहायता की। इस संपूर्ण यात्रा में उनका सहयोग, मार्गदर्शन और समर्पण मेरे लिए अत्यंत प्रेरणादायक रहा।
बुक फाइलो की मेहनत और समर्पण ने मेरे सपनों को साकार रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके सहयोग से मैं अपनी भावनाओं और संवेदनाओं को सही उड़ान दे पाई हूँ।
साहित्यप्रेमियों के लिए ऐसा अवसर प्रदान करने हेतु मैं साहित्यपीडिया और बुक फाइलो की पूरी टीम के प्रति गहरा आभार व्यक्त करती हूँ।
कमला प्रकाश ‘मुक्ति’
मेरी अब तक सात कृतियाॅं, जागा हिंदुस्तान चाहिए, क्रौंच सु ऋषि आलोक,पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं, नायक जी के मुक्तक, नायक जी की कुंडलिकाएं,गीत गुंजन और नायक जी के लेख प्रकाशित हुई हैं जिनमें पाॅंच कृतियाॅं तीन द्वितीय संस्करण(जागा हिंदुस्तान चाहिए, क्रौंच सु ऋषि आलोक शोधपरक ग्रंथ/खंड काव्य और पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं) और दो प्रथम संस्करण (नायक जी के मुक्तक और नायक जी की कुंडलिकाएं) साहित्यपीडिया पब्लिशिंग , नोएडा , भारतवर्ष से और दो कृतियाॅं “गीत गुंजन” और “नायक जी के लेख” कृतियों के प्रथम संस्करण बुकफाइलों से प्रकाशित हुए है। उक्त सभी सातों कृतियाॅं अमेज़न- फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध हैं। पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं कृति के प्रथम और द्वितीय दोनों संस्करण साहित्यपीडिया पब्लिशिंग से प्रकाशित हैं। हाल ही में bookfylo से प्राप्त और प्रकाशित मेरी कृतियाॅं “गीत गुंजन” और “नायक जी के लेख” सहित उक्त सभी कृतियाॅं बहुत ही सुंदर, श्रेष्ठ , आकर्षक और मनभावन हैं।
धन्यवाद बुकफाइलों।
पं बृजेश कुमार नायक
Author
09/09/2025
अतीव हर्षानुभूति व कृतज्ञ भाव से साहित्यपीडिया व बुकफाइलो के प्रति आभारी हूं जिन के सौजन्य से मेरा चतुर्थ रचनात्मक प्रयास बहुत ही सहजता व सरलता से प्रकाशित हुआ। अतीव प्रसन्नता का विषय है कि पुस्तक का प्रकाशन AI के माध्यम से स्वचलित प्रणाली से ISBN नम्बर सहित प्रकाशित हो कर अमेज़ोन व फ्लिप काॅर्ट पर भी उपलब्ध है। मैं प्रकाशन कार्य के लिए प्रभारी व सारी टीम को और पारस मिश्रा जी
को धन्यवाद देती हूं और आगामी परियोजनाओं के लिए शुभकामनाएं।
विनीता नरुला
मैंने वह फ्लोर पर अपनी पहली पुस्तक प्रिंट करवाई जो कि मुझे प्रिंट करी हुई बहुत पसंद आई इसकी दो कॉपी मुझे मिली इन्होंने मेरी बुक बहुत अच्छी तरीके से प्रिंट इसमें फ्रंट पेज आप अपनी मर्जी का ऐड कर सकते हैं यह मुझे बहुत ही अच्छा लगा इसके बारे में मुझे साहित्य पीडीएफ से पता चला इसमें मेरी पहली बुक खुली आबादी में खतरे प्रिंट की गई है जो कि मेरी बुक बहुत अच्छी लगी मुझे
Very easy to complete the file edition. Few suggestion –
1. Author should be allowed to use their own cover page. As some time desired cover page is not available in the library.
2. flexibility in selecting size of book.
3. Some more functionality to made book attractive like keeping a design in end of page , author name in the footer etc . Currently book is with minimal functionality.
बुकफाइलो के माध्यम से मेरी पुस्तक (देवी: स्त्रीत्व की अनवरत यात्रा) का प्रकाशन एक बेहद सहज और संतोषजनक अनुभव रहा। यह ऐप आधारित सेवा न केवल उपयोग में सरल है, बल्कि लेखकों को सम्पूर्ण नियंत्रण और पारदर्शिता प्रदान करती है। समयबद्ध प्रकाशन, उत्तम तकनीकी सहायता और व्यावसायिक दृष्टिकोण इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं। नए और स्थापित लेखकों के लिए यह एक भरोसेमंद और प्रभावी मंच है।”
बुकफाईलो की सुविधा हेतु साहित्यपीडिया का सहृदय धन्यवाद।
पुस्तक का आवरण और आंतिरिक छपाई उत्तम गुणवत्ता वाली है। मूल्य भी कम है।
मैं साहित्यिपीडिया टीम की दिल से शुक्रगुज़ार हूँ… मुझ *ठूठ से झाँकती कोपलें* लहलहाने के लिए। मुझे बेसब्री से इन्तज़ार है… अपनी दस प्रतियाँ प्राप्त होने का। पूर्व में भी मेरी चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकीं हैं, कईं बाधाओं का सामना करते हुए। इस बार बड़ी सहजता से सब कार्य सम्पन्न हो गया। किंतु डिजिटल डीलिंग में थोड़ी कमज़ोर हूँ। पोती ने मदद की। अगला छटवाँ चेलेंज स्वयं पार करूँगी, आपकी टीम की सहायता से।
अंतर्मन से आभार 🌹
सरला मेहता
इंदौर
बहुत-बहुत धन्यवाद है साहित्य पीडिया और BookFylo को जिन्होंने हम जैसे युवा रचनाकारों की रचना को आसान तरीके से प्रकाशित करने को, लोगों के बीच अपनी बातों को पुस्तक के माध्यम से रखने का मौका दिया। जो इतना आसान तरीका संभवतः किसी पब्लिकेशन के पास नहीं होगा।
I am greatful to staff of Sahityapedia. Through the Bookfylo it is the mirachale for Authors because*as we want to print our book in desire formats so we gain. * Bookfylo is the smart digitat tool which proved the quickness desireness of author’s demand in digital era.I salute the all respected members of SAHITYAPEDIA.
साहित्य पीडिया एवम् बुकफाइलो टीम का हृदय से आभार करता हूँ, अब तक साहित्य पीडिया से चार पुस्तक प्रकाशित हो गई है, बहुत ही कम समय में विश्वसनीय रूप से अपने दायित्वों से अपने कर्त्तव्य निभा रहे हैं।
अच्छी गुणवत्ता से परिपूर्ण पृष्ठ है अच्छे टंकण व्यवस्था से पुस्तक छपी है जो मन को आत्म संतोष प्रदान करता हैं।
पुस्तक का विक्रय बहुत ही आसान रूप में आमजन और फ्लिप कार्ड पर सुगमता से उपलब्ध है जिसका लेखक को रॉयल्टी भी एवं आपकी कितनी पुस्तक किस तरह विक्रय हुई सब डेटा ऐप पर ही उपलब्ध हैं।
साहित्य पीडिया एवं बुकफाइलो टीम का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। धन्यवाद
“मैं कौन हूँ ? किताब को प्रकाशित कराने का अनुभव BookFylo के साथ बहुत ही बेहतरीन रहा। शुरुआत से लेकर किताब के अंतिम प्रकाशन तक उनकी टीम ने मुझे हर छोटी-बड़ी जानकारी दी और पूरा सहयोग किया। उनकी समय पर काम करने की शैली, साफ-सुथरी प्रक्रिया और क्वालिटी कंट्रोल ने मुझे बहुत प्रभावित किया।
मुझे अपने विचारों को किताब के रूप में लोगों तक पहुँचाने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं आई। टीम का व्यवहार, संवाद, और प्रोफेशनलिज़्म बहुत अच्छा रहा।
BookFylo ने मेरे सपनों को किताब के पन्नों पर साकार किया। मैं BookFylo को तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ और आगे भी अपनी किताबों के लिए इन पर भरोसा रखूँगा। जो लेखक अपनी किताब छपवाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक बहुत अच्छा प्लेटफॉर्म है।
Bookfylo और sahitypedia ने नव और उभरते साहित्यकारों के लिए जो काम किया है, वो अभूतपूर्व और अवर्णनीय है। Bookfylo से प्रकाशित पुस्तकें सुंदर कवर और अच्छे डिजाइन वाली हैं। मैं उनके इस कार्य के लिए उनकी सराहना करता हूँ।
I acknowledge with gratitude the minute-to-minute guidance and unwavering support received from Sahityapedia and BookFylo expert team for publication of my first ever Hindi poetry book ‘अंतर्ध्वनि’.
It has been a wonderful and exciting experience to work on AI powered BookFylo App. Moreover, it’s so satisfying to see my own book getting shape in real time through this beautiful App, a very friendly and interactive platform.
With kind regards
Prof.(Dr.) Ram Naresh Tripathi ‘Mayur’
Kanpur, U.P.
अभी मेरे नवीन छत्तीसगढ़ी कविता-संग्रह ‘ जउन जरे हे तउने जानथे’ की लेखक प्रतियाँ प्राप्त हुईं , पाकर अपने नवजात शिशु को पहली बार गोद में उठाने जैसा अनुभव हुआ ।
साहित्य पीडिया और उनके अनुषंगिक मंच (प्लेटफार्म) बुक फाइलो के अनुपम संयोजन ने इस संग्रह को अल्प समय और स्वमेव संचालित प्रकाशन व्यवस्था से बेहद बेहतरीन और अनूठा बना दिया है ।
साहित्य पीडिया का यह प्रयास साहित्य सृजन, भाषा विकास, सुघड़ प्रकाशन और काव्य कृति संवर्धन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ है।
इससे नवांकुर साहित्य सर्जकों का प्रकाशन मार्ग सुगम होगा ।
इस भगीरथ प्रयास के लिए साहित्य पीडिया, बुक फाइलो टीम, श्री अभिनीत जी और श्री मिश्रा जी को साधुवाद ।
यह मेरा छत्तीसगढ़ी कविता-संग्रह है जिसे तेवर और कलेवर देने में मुझे बहुत सहयोग और मार्ग दर्शन मिला ।
कहते हैं ‘छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया’ साहित्य पीडिया ने इस संग्रह के प्रकाशन माध्यम से छत्तीसगढ़ी भाषा विकास के लिए अनुगामी कदम बढ़ाकर छत्तीसगढ़ी भाषा, साहित्य और बोली को लोक मंच तक लाने में अपनी बेहतर भूमिका निभायी है :-
मोर मनोरथ ल सम्भराये बर,
अब्बड़ मिहनत साहित्य पीडिया टीम करे हे।
मोर मयारू छत्तीसगढ़ी बर,
गजब मया अउ कोसिस असीम करे हे ।।
छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास बर,
बड़ सुघ्घर ये उदिम करे हे ।।।
एक बार फिर प्रकाशन टीम को धन्यवाद..
‘तमन्ना बिलासपुरी’
“मही वंदिनी” मेरी तीसरी कविता संग्रह है। साहित्यपीडिया और बुक-फाइलो की समस्त टीम को हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ
जिन्होंने मेरे सपनों को निरंतर उड़ान दिया है।उनका मार्गदर्शन अत्यंत ही सराहनीय है। पुस्तक की छपाई व आकर्षक कवर देखकर मन अत्यधिक हर्षित है।
Book Fylo जैसे मंच पर अपनी पुस्तक प्रस्तुत करना मेरे लिए एक भावनात्मक अनुभव रहा। शब्दों में सैनिक जीवन के जज़्बात, संघर्ष और आत्मअनुशासन को उतारने की कोशिश की है। आशा करता हूँ, यह रचना पाठकों के मन को छू सकेगी और उन्हें भीतर से कुछ सोचने को प्रेरित करेगी।”
— Krishan Singh (शिक्षा अनुदेशक)
अत्यंत सुखद , दिल खुश हुआ एवं मज़ा आ गया।
बुक फाइलों की समस्त टीम को दिल की गहराइयों से आभार
Although this is an AI-powered publishing app, my experience of publishing my book through it has been truly remarkable. I faced no difficulties from start to finish, despite being a first-time author. Whenever I had a query, I received prompt responses through the provided WhatsApp number. I’m truly grateful to this app for helping me fulfill my dream. Navjot Singh Nagra

साहित्य पीडिया और बुकफाईलो से अब तक मेरी 5 पुस्तकों का प्रकाशन सम्वेदना, समर्पण, सदभावना, मेरी गजलै मेरे गीत के बाद अब “शुभकामनायें”प्रकाशित हुई है, जिसके प्रकाशन से पहले बुकफाईलो के कार्यकर्ताओ ने मेरी पुस्तक की एडिटिंग प्रूफ रीडिंग मे कई सुझाव दिए, सँशोधन प्रस्ताव दिए, जिनका अनुपालन करने से मेरी पुस्तक मे चार चाँद लग गए और मेरे लिए श्री पारस मिश्राजी और अभिनीत सिंघल ने अथक मेहनत की और दिन हो या रात मुझे सुझाव दिए कि मै अपने काव्य सँग्रह को कैसे प्रभावशाली बना सकता हूँ,जैसे एलाईनमैंट बीच मे करिए, कहाँ कहाँ बोल्ड लैटर का प्रयोग कीजिये, उसके लिए कई बार उन्है प्रिंट मोड से एडिट मोड मे डालना पडा, जिसके लिए दोनो महानुभाव धन्यवाद के पात्र है!
बुक फाईलो ने सम्पादन प्रक्रिया सरल सुलभ बना दिया है!
भवदीय
आपका अपना
बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट कवि, साहित्यकार
202 नीरव निकुंज फेस 2,सिकंदरा, आगरा -282007
मो :9412443093
email :-bskastooriya@gmail.com

BookFylo के साथ इस पुस्तक के प्रकाशन के दौरान बड़ा ही सहज, आनंददायक, स्मरणीय रहा। इस पुस्तक से पहले मेरी चार पुस्तक (काव्य संकलन) प्रकाशित हुई हैं। शुरू से ले कर ऐसा लगा जैसे हर बार BookFylo प्रकाशन ने सतत विकास किया है, ना सिर्फ मानवीय श्रम और सहयोग में बल्कि तकनीकी तौर से भी। टीम इतनी समर्पित है कि आप हर कदम पर उसके साथ को महसूस कर सकते हैं। मेरी तरफ से BookFylo और इसकी टीम को साधुवाद।

जब पहली बार साहित्यपेडिया से मेरी तीसरी पुस्तक “चुप्पी का शोर”प्रकाशित हुई थी उस दरम्यान मुझे पहली बार मित्तल सर से बातचीत करने का मौका मिला था तब मुझे ऐसा नहीं लगा था कि वे इतने नेकदिल इंसान हैं और इतने सहयोगी स्वभाव के हैं। लेकिन जैसे-जैसे उनसे वार्ता का क्रम बढ़ा वैसे-वैसे उनका व्यक्तित्व मुझे भाने लगा।
जब मुझे चौथी पुस्तक “ बचपन बोल उठा” प्रकाशित करने की मंशा हुई तब उन्होंने ‘बुक फ़ायलो, का एक विकल्प दिया जो सहज, सरल एवं कम लागत वाला था। AI पर आधारित यह एप नये-पुराने कवि, कथाकार, कहानीकार, निबंधकार, या यों कहूँ कि किसी भी तरह के लेखक के लिए एक अनुपम वरदान है।
‘बुक फायलो’ की पूरी टीम हर तरह का सहयोग एवं मार्गदर्शन देने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। विशेषकर पारस जी भी काफी मददगार व्यक्ति हैं। इस पुस्तक प्रकाशन के क्रम में उन्होंने मुझे काफी सहयोग दिया है।
कम लागत में, कम समय में, कम लोगों के सहयोग से वर्षों से पालित लेखन सफर को साकार करने के लिए ‘बुक फ़ायलो’ के सिवा और कोई दूसरा विकल्प बेहतर नहीं सकता।
मैं ‘बुक फ़ायलो’ के पूरी टीम को हृदय से धन्यवाद देता हूँ और आगे सारी प्रस्तावित पुस्तकें इसी माध्यम से प्रकाशित करने का सफर तय करना चाहता हूँ।
सादर सधन्यवाद।
मनोरथ
कंप्यूटरीकृत प्रगति से आपने अच्छी कई किताबें छापी
आपका वंदन अभिनंदन है सार्थक सुंदर काम किया है
पर मानव मस्तिष्क से ऊपर हो सकता है क्या कंप्यूटर
कुछ छोटी-छोटी सी गलतियां भी कर देता है कंप्यूटर
इन्हें पकड़ कर सुधार करना करवाना चाहिए आपको
और निखार आएगा इसमें ये तो करना चाहिए आपको
60 वर्ष की काव्य यात्रा पुस्तक में होने वाले सुधार क्या
होंगे
बुक फाइलों की प्रगति के लिए यह भी आपको हम बतलाएंगे
और यदि संभव सुधार है उसको भी आपसे ही हम करवाएंगे
@
60 वर्ष की काव्ययात्रा में होने वाले सुधार
पेज नबर
पेज 20 ध की जगह ढ
पेज 20/21/22 अक्षर ज्ञान की रचनाएं पेज 46/47 से हटानी है
पेज 27 अं करना है
पेज 31 हैं करना है
पेज 43 उधर को उधार करना है
पेज 41 तभी को सभी करना है
पेज 42 स्वत: करना है
पेज 45 से नीचे की तीन लाइन हटानी है
पेज 46/47 हटाना है
पेज 49 दिखते करना है
पेज 53 आखरी लाइन से लोग हटाना है
पेज 54 पर रहा को राह करना है
पेज 69 सपनों ठीक है
पेज 69 कहता
पेज 69 136 को हटाना है
पेज 71 स को से करना है
पेज 71 स्वस्थ करना है
पेज 72 गर करना है
पेज 73 ओर करना है
पेज 80 के हटाना है
पेज 84 केला को अकेला करना है
पेज 85 ह को है करना है
पेज 86 हैं करना है
पेज 89 ध्वनि करना है
पेज 90 नहाए करना है
पेज 91 मैं करना है
पेज 94 मॉम ब्वॉय करना है
पेज 95 में को ने करना है
पेज 96 वैसे करना है
पेज 97 बेड करना है
पेज 98 बांहें करना है
पेज 104 ढहती करना है
पेज 112 EL पूरी लाइन हटानी है
पेज 115 मे को मैं करना है
पेज 116 हो हटाना है
पेज 117 भूल को फूल करना है
पेज 117 पुष्य को पुष्प करना है
पेज 117 पुन को पुनः करना है
पेज 117 एच एल को एच ए एल करना है
पेज 119 शिखाओं
पेज 119 नवरत्नों
पेज 128 में को मैं करना है
पेज 131 30 नंबर हटाना है
पेज 134 आबाद
पेज 134 मय खाना
पेज 137 था
पेज 140 उसको हटाना है
पेज 140 देने लगे
पेज 141 ठीक है
पेज 142 पीछे से जब तलक हटाना है
पेज 152 हैं करना है
पेज 158 स्वत: करना है
पेज 161 क्रंदन करना है
पेज 161 बता करना है
पेज 162 क्रंदन करना है
पेज 164 निराश करना है
पेज 165 स्वर्गीय सतीश शजर से नीचे की दो लाइन हटानी
डॉक्टर इंजीनियर मनोज श्रीवास्तव
65 वर्ष की काव्य यात्रा 25 अगस्त 2025
अति उत्तम, यदि मुख्य पृष्ठ की शब्द की तरह अंदर के शब्दों को भी डिजाइन रूप में प्रस्तुत किया जाए तो पुस्तक अति सुंदर हो जाएगी..
बुकफाइलो पर प्रकाशन का अनुभव
मेरी दो पुस्तकों — धूप छाँव के सौ रंग और सीता की आत्मकथा — का प्रकाशन बुकफाइलो प्लेटफॉर्म पर हुआ। यह अनुभव मेरे लिए अत्यंत सुखद और प्रेरणादायक रहा। बुकफाइलो ने न केवल लेखन को पाठकों तक पहुँचाने का सशक्त मंच प्रदान किया, बल्कि रचनात्मक अभिव्यक्ति को और अधिक सार्थक बनाने का अवसर भी दिया।
प्रकाशन प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और लेखक-मित्र रही। टीम का सहयोग और मार्गदर्शन सराहनीय रहा, जिससे मेरी कृतियाँ सुगमता से पाठकों तक पहुँचीं। धूप छाँव के सौ रंग में जीवन के विविध रंगों की झलक और सीता की आत्मकथा में स्त्री अस्मिता की गहराई को पाठकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जो मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मैं बुकफाइलो का आभार व्यक्त करता हूँ कि उसने मेरी रचनाओं को पाठकों तक पहुँचाने का यह अद्भुत माध्यम उपलब्ध कराया।
बुकफाइलो पर प्रकाशन का अनुभव
मेरी दो पुस्तकों — धूप छाँव के सौ रंग और सीता की आत्मकथा — का प्रकाशन बुकफाइलो प्लेटफॉर्म पर हुआ। यह अनुभव मेरे लिए अत्यंत सुखद और प्रेरणादायक रहा। बुकफाइलो ने न केवल लेखन को पाठकों तक पहुँचाने का सशक्त मंच प्रदान किया, बल्कि रचनात्मक अभिव्यक्ति को और अधिक सार्थक बनाने का अवसर भी दिया।
प्रकाशन प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और लेखक-मित्र रही। टीम का सहयोग और मार्गदर्शन सराहनीय रहा, जिससे मेरी कृतियाँ सुगमता से पाठकों तक पहुँचीं। धूप छाँव के सौ रंग में जीवन के विविध रंगों की झलक और सीता की आत्मकथा में स्त्री अस्मिता की गहराई को पाठकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जो मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मैं बुकफाइलो का आभार व्यक्त करता हूँ कि उसने मेरी रचनाओं को पाठकों तक पहुँचाने का यह अद्भुत माध्यम उपलब्ध कराया।
बुक फाइलों से किताब प्रकाशित करना बहुत आसान है। इसमें ज्यादा कुछ सीखने की जरूरत नहीं है। साहित्यपीडिया पर मेरी तीन किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। इसमें सारी बातों को स्पष्टता के साथ बताया गया है, जिससे किताब से संबंधित सभी कार्य को आसानी से समझा जा सकता है।