Dr .Shweta sood 'Madhu' 2 books · 10,023 words Mere Jazbaat Mere Alfaaz Dr. Shweta Sood 'Madhu' कुछ ऐसा लिखने की कोशिश की है, जो दिल को छू जायेगा। कभी भीगेंगी पलकें... कभी खुशी का आलम छायेगा। मेरे जज़्बात मेरे अल्फ़ाज़, मेरी प्रथम पुस्तक, मेरी उन भावनाओं का कविताओं के रूप में संग्रह है जिन्होंने अनुकूल एवं... Pradeep Shoree 1 book · 6,817 words Kuchh Dil Ne Kaha Pradeep Shoree इस पुस्तक के द्वारा दिल के करीब कुछ भावनाओं को रचनाओं के माध्यम से प्रस्तुत करने का एक प्रयास है जिनमें कहीं प्रेम है तो कहीं औरत का संघर्ष, कहीं ग़लत मान्यताओं के कारण मन में उत्पन्न रोष है, कहीं... Dr.Pratibha Prakash 3 books · 18,336 words Brahm Saar Dr. Pratibha Prakash मैं लिखती नहीं वही लिखवाता है जो मुझमें भी तुझमें भी दिख जाता है वो सदृश्य भी अदृश्य भी है और नहीं भी वो एक ही एहसास सर्वत्र अभी यहीं कहीं मेरी स्तुति उन्हीं चरणों का नित ध्यान वो जाने... Sapna Arora 1 book · 5,479 words Ehsaas Shabdon Ka Sapna Arora “Ehsaas Shabdon Ka” पुस्तक हर उस पहलू को दर्शाती है जिसमें शिक्षक का ज्ञान, माँ का प्यार, पापा का दुलार, त्योहारों का अन्दाज़, योद्धाओं की पहचान, देश के प्रति सम्मान, पर्यावरण का बचाव, हवाओं का ठंडा बहाव, योग का ध्यान,... Atul "Krishn" 1 book · 3,794 words Beete Log - Beeti Baatein - Beete Pal Atul - “Krishn” वख्त बे वख्त-कुछ आज की बातें कुछ बीते हुए पल-बीते हुए लोग और कुछ बीती हुई बातों से जब गुजरा समय मन को छू जाता है तब जुबाँ खामोश रहती है और बंद आँखें बीता वख्त देखने लगतीं हैं बस, उन्ही... Dr. Dushyant Kumar 3 books · 18,216 words Aadhunik Vicharon Ka Manthan Dushyant Kumar सच को सच कहती हुई, सार्वभौमिक सत्य पर आधारित यह पुस्तक वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए सुधारात्मक दृष्टि से लिखी गई है। जिसमें आधुनिक दौर में मानवीय संवेदनाओं, व्यवहार, आचरण, समाज, देश और मानव जाति के प्रति कर्तव्य और... Vedha Singh 2 books · 12,398 words Kavya Kalit Vedha Singh नमस्ते, पाठकों! मैं वेधा सिंह, मात्र १५ साल की उम्र में ही अपने शब्दों के जादू से आपका दिल जीतने आई हूँ। "काव्य कलित" मेरा पहला काव्य-संग्रह है, जो बचपन से अब तक की यात्रा में रचे गए मेरे मनोभावों... Ahtesham Ahmad 4 books · 21,838 words Life In Shades Md Ahtesham Ahmad Life isn't either black or white in colour nor a rainbow reduced to a spectrum of seven colours. Rather, life unfolds myriad shades of its colour as it marches onward in its journey. These shades are perceptible only when each... Anil Mishra Prahari 1 book · 4,553 words Jagrani Anil Mishra Prahari "प्रहरी", "राही चल", "वंदे भारत" के बाद यह कवि का चौथा काव्य-संग्रह है। इस पुस्तक में इंद्रधनुषी रंगों को ऐसी बेबाकी, बारीकी और सहजता से सजाकर रखा गया है कि हर रंग जिन्दगी के खट्टे-मीठे अनुभवों को अपने दायरे में... Buddha Prakash 9 books · 44,585 words Prakriti Ki Chhaanv Niralee Buddha Prakash प्रकृति से मानव का अटूट रिश्ता है। मानव को इसके प्रति जागरूक होने की बहुत ही आवश्यकता है। हम तकनीकी के इस दौर में पर्यावरण को भूलते हुए अपनी सुविधा विलास में लिप्त होते जा रहे हैं। प्रकृति के प्रति... डा. सूर्यनारायण पाण्डेय 2 books · 5,024 words Geeta Se Gujarte Huye Dr. Surya Narain Pandey कृति की कविताएं गीता के 18 अध्यायों से प्रेरित हैं, जो जीवंत तो हैं ही मार्गदर्शक भी हैं। संकलन की कविताएं जीवन के तमाम रहस्यों को परत-दर-परत खोलती हैं। अर्जुन का विषाद और कृष्ण का उपदेश-मार्गदर्शन, कर्म-अकर्म का भेद, आत्मा-शरीर... Dr. Sukriti Ghosh 2 books · 16,051 words Kahi Ankahi Dr. Sukriti Ghosh कही-अनकही” सात मनमोहक और रोचक कहानियों का एक लघु संग्रह है। जीवन के सतरंगी रंगों से रंगी हुई, डाॅ. सुकृति घोष की ये कहानियाँ मुख्यतः प्रीत की भीनी खुशबू से सुवासित हैं। कलात्मक, अलंकृत और सुरुचिपूर्ण भाषा शैली में लिखी... भूरचन्द जयपाल 3 books · 4,358 words Main Shabdshilpi Hoon Madhup "Bairagi" (Bhurchand Jaipal) कवि शब्दों का संयोजक होता है जिस प्रकार एक शिल्पकार अपनी कला द्वारा निर्माण में उपयोग की जानेवाली सामग्री का उपयोग अपनी समझबूझ से बेहतर से बेहतरीन ढंग से करके एक अच्छी आकृति को रूप देता है, एक तरह से... हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 4 books · 31,847 words Samvedna Aur Chetna Himanshu Badoni "Dayanidhi" यह संकलन मेरी स्वरचित 25 कविताओं को सहेजे हुए है, जिसमें मैंने विभिन्न विषयों पर अपनी कलम चलाने का प्रयास किया है। इसमें हर कविता हिन्दी भाषा के सुधी पाठकों से एक विशेष अपील करती है। डॉ.सीमा अग्रवाल 4 books · 24,682 words Avanika Dr. Seema Agrawal अवनिका यानि धरती। धरती जो हमारे जीवन का सजीव स्रोत है। जो हमें जीवन के सभी आवश्यक तत्व उपलब्ध कराती है। हम जीवों की सभी आवश्यकताएँ जैसे जल, खाद्य वनस्पतियाँ आदि धरती से ही पूरी होती हैं। धरती पर मौजूद... Godambari Negi 2 books · 15,109 words Pundreekaksh Godambari Negi है लक्ष्य पार्थ सा तुम में, निस्वार्थ कर्म विटप सा तुम में, चेहरे पर तेज तपस्वी का, पर्वत सी तुम में स्थिरता, चाहत है चातक सी तुम में, है भरी भावों में स्निग्धता। 'पुंडरीकाक्ष' 'पुंडरीकाक्ष' की रचनाएँ गागर में सागर... Arvind trivedi 1 book · 4,911 words Shabd Sadhana Arvind Trivedi नमस्कार साथियों मेरी यह पुस्तक "शब्द साधना" मेरे साहित्यिक यात्रा का प्रथम पग है। जिसमें मैंने अभी तक जो अपने आस पास भौतिक, सामाजिक संवेदनशील संदर्भों और प्रसंगों को महसूस किया बस उन्हीं भावों को शब्दों के माध्यम से पृष्ठों... सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 2 books · 16,052 words Buzurgon Ne Kaha Hai Surender Sharma "Shiv" यह काव्य पुस्तक प्रेम का अथाह सागर है। यह काव्य संग्रह जीवन की वास्तविकता के अलावा प्रेम के उल्लास और गहरी भावनाओं का वर्णन करती है। इस पुस्तक को पढ़कर प्रेम सागर का मंथन करें और प्रेम के सागर में... Basant Bhagawan Roy 2 books · 12,320 words Jagrata (Filmy Dhuno Par Aadharit Mata Ke Bhajan) Basant Bhagawan Roy "जगराता" प्रत्येक घर में मनाई जाने वाली एक अद्भुत और अनोखी रचना है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह किताब आपको अपनी माँ को लुभाने में भावनात्मक रूप से मदद करेगी। इस किताब की खास बात यह है कि इसके... manjula chauhan 1 book · 2,206 words Madhukar Shrenee Manjula Chauhan मेरा नाम मंजुला मंजुल चौहान है, मैं पेशे से एक इंजीनियर हूं। लिखना भावो को प्रस्तुत करने की एक कला है। यह पुस्तक भी मेरी कुछ रचनाओं का संग्रह है। मेरी कविताएं अमर उजाला पत्रिका मे भी प्रकाशित होती रहती... Kshma Urmila 1 book · 5,157 words Mann Kshama Urmila मेरी कवितायें, चित्रकारी, मूर्तिकारी, एनीमेशन और हर सृजन को रुप में देती हूँ लेकिन उसका सौंदर्य मेरी मम्मी होती हैं, इन कविताओं में भी शब्द मेरे हैं लेकिन, शब्दों की आत्मा मेरी मम्मी हैं, मेरी इश्वर तुल्य माँ मेरा 'मन'... Dinesh Yadav (दिनेश यादव) 1 book · 4,527 words Garibon Ki Zindagi Dinesh Yadav ग्रामीण परिवेश मे पले-बढें लोगों की पीड़ा और बेदनाओं के सजीव शब्द-चित्र इस कविता संग्रह मे पढ़ी जा सकती है। सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 books · 31,829 words Satyanarayan Katha (Kavyamay Rupantaran) Suresh Kumar Chaturvedi सनातन धर्म में सत्यनारायण कथा पूरी दुनिया में रह रहे सनातनियों में प्राचीन काल से ही बहुत लोकप्रिय है। विभिन्न मांगलिक अवसरों तीज त्यौहार शादी विवाह पर घर मंदिरों और तीर्थ स्थानों पर आयोजित की जाती है।कथा सत्य की लोक... Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 5 books · 24,610 words Chhanv Ki Dhoop Mein Pushpa Sharma (Aparajita) अनुपम प्रकृति की गोद में, अनवरत गहन यादों के आलिंगन में, संध्या की कांतिमय वेला में और भगती-दौड़ती इस जीवन की जिजीविषा से परिपूर्ण क्षणों में एकत्रित हृदय के कुछ उद्गारों का तीसरा कविता संग्रह "छाँव की धूप में" सादर... Ramswaroop Dinkar 1 book · 5,142 words Pani Se Pani Par Likhna Ram Swaroop Dinkar पानी से पानी पर लिखना यूँ तो सहज नही॓ है, तो भी हम सब अद्य-सनातन पानी लिख देते हैं, जो भी कठिन सृष्टि के अन्तर लेकिन सरल वही है- रोटी से रोटी खा कर ज्यों जीवन जी लेते हैं! सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 2 books · 8,910 words Marma Sushil Mishra 'Kshitij Raj' प्रिय पाठकों आप सभी को सादर प्रणाम आप सभी से यह बात साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है की आप ने मेरे पहले काव्य संग्रह को बहुत प्यार दिया और मुझे इस काव्य यात्रा को आगे बढ़ाने का... Sonu sugandh 1 book · 4,640 words Alfazo Ki Sugandh By Sonu Sugandh Sonu Sugandh न किसी ने दिल तोड़ा न गम का सताया हुँ अपनें ख्यालों और भावनाओं के शब्दों को काग़ज में समाया हुँ। प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 1 book · 4,608 words Pehla Kadam (Kavya Sangrah) Prakash Chandra Juyal बचपन, प्रेम, ज्ञान, युद्ध, जीवन, संघर्ष में उठते वो कदम जो जीवन को परिवर्तित कर देते हैं। इस काव्य संग्रह में ये समस्त बिंदु उपलब्ध है; जो भावनात्मक रूप से आपसे जुड़े हैं, जीवन के किसी न किसी पल आपके... Ekta chitrangini 2 books · 11,721 words Meri Swara Ekta Srivastava मेरी स्वरा पुस्तक में कविताओं के माध्यम से विविध पहलुओं पर कृतियाँ हैं, जिसमे अलौकिक ईश्वर की शक्ति, आधुनिक दौर में रिश्तों का मूल्यांकन, धर्म की महत्ता, प्राकृतिक सौंदर्य, बेटी के प्रति ममता भाव, गंगा माँ, तुलसी माँ, चीरहरण, प्रेमपूरित... Poonam Matia 2 books · 11,626 words Kshitij Ke Chhor Tak Poonam Matia "क्षितिज के छोर तक" कवयित्री पूनम माटिया का पाँचवा काव्य संग्रह है जो अंतस् में उठती हुई सागर-सी तरंगो को शब्दों के पंख लगाकर क्षितिज के छोर तक पहुँचाने का प्रयास करती दिखाई देती है.... इस संग्रह की रचनाएं....वैज्ञानिक दृष्टि....नवीन...