Anaahat : Shabdon Ki Antarang Dhvani / अनाहत : शब्दों की अंतरंग ध्वनि
Shyam Baboo Gupta 'Vihal' / श्याम बाबू गुप्ता 'विहल'
5.0
(1)
About the book
मन के अंतःपटल पर जन्म लेने वाली ध्वनि, जब शब्दों का आकार लेकर, अलंकारों से अलंकृत होती है और रस की अविरल धारा को अपने भीतर प्रवाहित कर छंद का... Read more
Book details
Book Ratings & Reviews
5.0
1 rating
05/09/2025
यह किताब मैने amazon से खरीदा है ।इस किताब को पढ़कर ऐसा लगा जैसे कवि मेरे मन में आए शब्दों को हूबहू कागज़ के पन्नो पर उतार दिया हो। मज़ा आ गया किताब पढ़कर।
मेरा सुझाव है यदि आप को कविताएं पसंद है तो इस किताब को जरूर पढ़ें🙏🎊